Milind Soman: सुपरमॉडल से एक्टर बने Milind Soman कहते हैं कि इन दिनों समाज में राजनीति हावी होती दिख रही है। यंगस्टर्स राजनीतिक हिंसा में भारी मात्रा में शामिल हो रहे हैं। ऐसे में वह आज की जनरेशन को सलाह देते नजर आए। मिलिंद सोमन के मुताबिक- जो बच्चे इस तरह की गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं उन्हें स्पोर्ट काफी हद तक ठीक कर सकता है। जिन बच्चों का ब्रेन वॉश किया गया है इससे उन्हें राह पर लाया जा सकता है।

मिलिंद सोमन ने आईएएनएस को बताया- स्पोर्ट्स एक पॉजिटिव आउटलेट है। इससे आपकी एनर्जी का सही इस्तेमाल होता है। स्पोर्ट आपकी बॉडी को हेल्दी बनाता है, बॉडी फिट रखता है और माइंड रिलैक्स करता है। स्पिरिचुअली भी स्पोर्ट्स से काफी ग्रोथ होती है और इंसान के रहन सहन पर अच्छा असर पड़ता है। खुद को बिजी रखने के लिए यंगस्टर्स ये करें तो ज्यादा अच्छा है।’

उन्होंने आगे कहा- ‘अगर आपके पास स्वस्थ दिमाग है, तो कोई भी आपको बहका नहीं सकता। हम ऐसे में उन बच्चों को प्रोटेक्ट कर सकते हैं जिनका ब्रेनवॉश कर किया गया है। उन्हें निगेटिविटी से दूर किया जा सकता है। ऐसे में मेरा मानना है कि अब यह हाई टाइम है स्पोर्ट्स कल्चर को बढ़ावा देने का। बच्चों में इसकी पॉपुलैरिटी होना जरूरी है। देश को अच्छा कल देने के लिए यह बहुत जरूरी है।’

इस दौरान मिलिन ने ये भी बताया था कि वह 10 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शाखा में जाया करते थे। साल भर उनके घरवाले उन्हें आरएसएस शाखा भेजा करते थे।उन्होंने बताया कि आरएसएस ऑर्गनाइजेशन डिसिप्लेन का खास ख्याल रखती। वह इसबात पर फोकस करते कि सब ठीक ढंग से रह रहे हैं या नहीं। ताकि जनरेशन रिस्पॉन्सिबल सिटीजन बन सके। ज्यादा गेम इंडिया में पॉपुलर नहीं हैं लेकिन क्रिकेट को भारत में त्योहार की तरह मनाया जाता रहा है। एक क्रिकेटर बनना ज्यादा ग्लैमरस है औऱ एथलीट बनना नहीं इस सोच को बदलने की जरूरत है।