अभिनेत्री मीना कुमारी ने हिंदी फिल्म जगत में बेहतरीन फिल्में दीं। वो अपनी निजी जिंदगी को लेकर भी बेहद चर्चित रहीं। कमाल अमरोही से शादी और फिर धर्मेंद्र से उनके रिश्तों पर खूब बातें हुईं। मीना कुमारी का नाम मशहूर लेखक गुलजार के साथ भी जुड़ा। मीना उन दिनों कमाल अमरोही के साथ शादी में थीं।

मीना कुमारी ने कोई औपचारिक शिक्षा ग्रहण नहीं की थी लेकिन उन्हें नई भाषा सीखने और साहित्य का बड़ा शौक था। वो कविता और शायरी लिखा करतीं थीं। मीना कुमार ने कैफ़ी आज़मी से कविता और शायरी के गुण भी सीखे। अपने इस शौक के चलते मीना कुमारी गुलजार के करीब आईं। दोनों फिल्म ‘बेनजीर’ के सेट पर एक-दूसरे से मिले थे।

मीना कुमार उन दिनों कमाल अमरोही के साथ शादी में तो थीं लेकिन दोनों के बीच सब कुछ ठीक नहीं था। मीना अपने दर्द को शायरी और कविताओं की शक्ल देती थीं। जब वो गुलजार से मिलीं तो दोनों के बीच काफी अच्छी दोस्ती हो गई। मीना कुमारी की शायरी को उनके पति कमाल अमरोही ने कभी नहीं सराहा। उन्हें लगता था कि मीना को शायरी की समझ नहीं है लेकिन गुलजार उनकी शायरी के बड़े प्रशंसक बन गए। इस कारण मीना कुमारी गुलजार के करीब आती गईं।

मीना कुमारी ने अपने आखिरी दिनों में गुलजार के लिए एक फिल्म में काम भी किया। उन दिनों वो लीवर सोरोसिस बीमारी से जूझ रहीं थीं और सेट पर आने में असमर्थ थीं। फिल्म ‘मेरे अपने’ के लिए गुलजार ने मीना कुमारी को किसी तरह राजी किया और फिल्म पूरी की गई। गुलजार ने बताया था कि मीना कुमारी सेट पर नए एक्टर्स के साथ खूब मजाक किया करतीं थीं।

ट्रेजेडी क्वीन ने अपने निधन से पहले ही अपनी लिखी सभी शायरी और कविताएं उनके असली कद्रदान गुलजार के हवाले कर दी। गुलजार ने मीना कुमारी की शायरी को एक किताब की शक्ल में प्रकाशित भी कराया जिसका नाम है, ‘मीना कुमारी की शायरी।’