जम्मू-कश्मीर के कुलगाम, गोपालपोरा इलाके में एक हिन्दू महिला शिक्षिका पर आतंकियों ने फायरिंग कर दी, जिनकी हॉस्पिटल में मौत हो गई। इस घटना के बाद जहां कश्मीरी हिंदू नाराज हैं, वहीं एलजी मनोज सिंहा ने इस घटना पर दुःख जताया तो फिल्ममेकर अशोक पंडित भड़क गये।

उप-राज्यपाल मनोज सिंहा ने इस घटना पर ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘स्कूल की शिक्षिका रजनी बाला पर आतंकी हमला सबसे निंदनीय कृत्य है। शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। कायरतापूर्ण हमले के लिए आतंकवादियों और उनके हमदर्दों को अविस्मरणीय प्रतिक्रिया दी जाएगी।’ इस पर अशोक पंडित भड़क गये।

अशोक पंडित ने आरोप लगाया कि राहत कैम्पों में रहने वाले हिन्दुओं को बाहर निकलने से रोक दिया गया है। इसके साथ ही लिखा कि ‘हम आपके इस जवाब से थक चुके हैं एलजी साहब। आपने कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को उनकी ही कॉलोनियों में क्यों बंदी बनाया है ताकि वे अपनी जान बचाने के लिए जम्मू नहीं जा सकें? यह शर्म की बात है कि राष्ट्रवादियों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जाता है। कृपया इस आदेश को बदलें।’

लोगों की प्रतिक्रियाएं: ब्रिजेश पाण्डेय नाम के यूजर ने लिखा कि ‘हिंदुओं को अपने अधिकारों के लिए रहना चाहिए और लड़ना चाहिए। यह सच है कि सरकारें सभी को सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकतीं लेकिन आतंकवादियों को दया के बिना कठोर सजा दिया जाना चाहिए, जो सरकार कर रही है। हिंदुओं को कश्मीर नहीं छोड़ना है।’

किशोर राव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘कठोर जवाब देने के लिए कदम उठाया जाना चाहिए, क्या ऐसे हमलों को रोकना और कश्मीर के आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना बेहतर कदम नहीं होगा?’ एक यूजर ने लिखा कि ‘महोदय, क्या आपने अपने ट्वीट का जवाब भी पढ़ा है या यह सिर्फ कॉपी पेस्ट की औपचारिकता पूरी है, परिवारों को न्याय कैसे मिलेगा?’

बता दें कि कुलगाम जिले में जिस महिला टीचर की हत्या की गई, वह साल 2010 से काम कर रही थीं। कश्मीर पुलिस ने कहा है कि इस अपराध में शामिल आतंकियों की जल्द ही पहचान कर उन्हें मार गिराया जाएगा। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा, कश्मीरी पंडितों पर हो रहे हमलों को रोकना है तो Kashmir Files फिल्म पर बैन लगाना चाहिए।