जोया खान के निर्देशन में बनी सुहाना खान, खुशी कपूर और अगस्त्य नंदा स्टारर फिल्म ‘द आर्चीज’ 7 दिसंबर को ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म का दर्शकों और समीक्षकों ने मिला-जुला रिव्यू दिया।
हालांकि सुहाना खान और अगस्त्य नंदा की तारीफ भी हो रही है। कई फिल्मी सितारों ने भी द आर्चीज को लेकर अपना रिव्यू दिया। वहीं अब बॉलीवुड एक्टर मनोज बाजपेयी ने इस पर अपनी राय दी है। एक्टर को यह फिल्म बिल्कुल पसंद नहीं आई है। उन्होंने इसकी वजह भी बताई है।
आर्चीज मेरे जीवन का हिस्सा नहीं
मनोज बाजपेयी ने हाल ही में जूम को दिए इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने अपनी बेटी के साथ जोया अख्तर की ‘द आर्चीज’ देखी थी। एक्टर ने इसका एक्सपीरियंस कैसा रहा इस बारे में बात करते हुए कहा कि कहा, ‘मेरी बेटी ‘द आर्चीज’ देख रही थी। आजकल ज्यादातर सभी बच्चे इंग्लिश में बात करते हैं, इसलिए मैं अपनी बेटी को डांट रहा था कि तुम हिंदी बोला करो। मैंने उससे पूछा कि तुम्हें यह फिल्म कैसे अच्छी लग रही है? उसने कहा कि ठीक है। और तब तक मैं इस फिल्म को 50 मिनट तक देख चुका था। आपको यह कैसा लगा?’
एक्टर ने आगे कहा कि ‘द आर्चीज़’ कभी मेरे बचपन का हिस्सा नहीं रहा। मेरा बचपन ‘मोटू-पतलू’ और ‘राम बलराम’ वाला रहा है। हमारे बचपन में ये सब हुआ करते थे। हो सकता है कि मैंने ‘आर्चीज़’ की एकाध किताब पढ़ी हो। मुझे ‘वेरोनिका’ और मुझे ‘बेट्टी’ भी याद हैं। मगर मैं ‘द आर्चीज़’ देखने वाले ज़ोन में नहीं था। मैं अपनी बेटी के कारण देख रहा हूं।’
आपकी परेशानी क्या है पापा
एक्टर ने आगे कहा कि किसी भी वक्त में मुझे आर्चीज़ देखने का मन नहीं था। मैं अपनी बेटी के वजह से इसे देख रहा था। मैंने कहा कि देखो इसके किरदार हिंदी में बोल रहे हैं। तुमको भी इनकी तरह हिंदी बोलनी पड़ेगी। इस पर उसने मुझसे कहा कि आपकी परेशानी क्या है पापा? प्लीज मुझे मूवी देखने दीजिए। इतना ही नहीं मनोज बाजपेयी ने आगे बताया कि वह जब भी बेटी को डांटते थे, तो उल्टा वो ही उन्हें डांटने लगती है।