Jaya Bachchan On Manipur Women Video: मणिपुर (Manipur Violence Viral Video) में दो महिलाओं के साथ हुए बर्बरता ने पूरे देश में आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने वाली घटना बेहद शर्मनाक है। इसकी जितनी भी आलोचना की जाए ये कम होगी। इस मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी हो गई है, जिसे इस घटना का मुख्य आरोपी कहा जा रहा है। लेकिन, इसे संज्ञान में 47 दिन बाद लिया जा रहा है, जो कि सरकार और प्रशासन का सबसे बड़ा फेलियर कहा जा सकता है। ऐसे में अब तमाम बॉलीवुड स्टार्स के साथ ही अब जया बच्चन (Jaya Bachchan) ने इस पर अपना रिएक्शन दिया है।
मणिपुर मामले पर जया बच्चन ने कड़े शब्दों के साथ निंदा की है। दरअसल, राज्यसभा सांसद और एक्ट्रेस जया बच्चन ने हाल ही में एबीपी न्यूज से बात की और कहा कि ‘वो इस घटना के पूरे वीडियो को देख नहीं पाईं। ये बहुत ही दुखद है। उन्हें इसे देखकर इतना बुरा लगा और शर्म आई। ये मई महीने में घटित हुई और वायरल अब हो रही है। वो राज्यसभा के अंदर दो महिलाओं के लिए खड़ी हुई थीं, जो मणिपुर की थीं।’ जया बच्चन ने आगे कहा कि ‘वो कोई पॉलिटिकल भाषण नहीं करना चाहती थीं। हाउस में जन्मदिन की बधाई दी जाती है मगर ये सब खुशियां किस काम की कि वो 50% लोग कुर्सी पर बैठने के लिए नॉमिनेटेड हैं। किसी ने उन दो महिलाओं के लिए सभा में आवाज तक नहीं उठाई। ये तो महिलाओं की इज्जत है। इसे उन्होंने फ्रस्टेटिंग माना है।’
जया बच्चन ने किया यूपी का जिक्र
जया बच्चन यहीं नहीं रुकती हैं। वो आगे उत्तर प्रदेश का जिक्र करते हुए कहती हैं कि ‘यूपी में तो हर दिन… वहां की कोई बात तो कहना ही नहीं चागिए। वहां आधी चीजें तो बताई ही नहीं जाती हैं। ये सब पूरे देश में क्या हो रहा है। महिलाओं के साथ इतना अपमान… ये बहुत दुख की बात है।’

जया बच्चन से पहले इन्होंने भी की थी निंदा
जया बच्चन से पहले अक्षय कुमार, रेणुका शाहणे, आशुतोष राणा, अनुपम खेर, विवेक अग्निहोत्री और सोनू समेत कई सेलेब्स ने मणिपुर की घटना पर अपना गुस्सा जाहिर किया है। इस शर्मसार कर देने वाली घटना को लेकर अनुपम खेर ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा, ‘मणिपुर में हुई दो महिलाओं के साथ राक्षसी वृती वाली घटना शर्मनाक है। मन में बहुत ज़्यादा क्रोध भी जागा है। मेरी राज्य सरकार/केंद्र सरकार से दरख्वास्त है कि जो इस घिनौनी हरकत के ज़िम्मेदार है उन्हें कड़ी से कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए। ऐसी सजा, जिससे भविष्य में कोई सोचने से भी कांप उठे।’