माधुरी दीक्षित ने कई फिल्मों में काम किया है और उन्हें बॉलीवुड की ‘धक-धक’ गर्ल भी कहा जाता है। उन्होंने फिल्म ‘बेटा’ के ‘धक धक करने लगा’ गाने से तहलका मचा दिया था, उनकी पीले रंग की साड़ी, खुले बाल और उसपर उनका लुक देख हर कोई उनका दीवाना हो गया था। इस फिल्म में उनके साथ अनिल कपूर थे और इस गाने को सरोज खान ने कोरियोग्राफ किया था। इस गाने को 30 साल बीत चुके हैं, लेकिन कम ही लोगों को ये पता होगा कि माधुरी से पहले इस धुन पर श्रीदेवी नांच चुकी थीं।
जी हां! दर्शकों को आज भी ये लगता है कि इस गाने की धुन काफी अलग थी, मगर वास्तव में ये तेलुगु ‘फिल्म जगदेका वीरूडू अथिलोका सुंदरी’ के गाने ‘अब्बानी तियानी’ में पहले इस्तेमाल की जा चुकी थी। ये संगीत इलैयाराजा का था और इसे 1990 की तेलुगु फिल्म ‘जगदेका वीरुडु अथिलोका सुंदरी’ के गाने ‘अब्बानी टियानी’ में सुना गया था। फिल्म में श्रीदेवी और चिरंजीवी थे और गाने को एसपी बालासुब्रमण्यम और केएस चित्रा ने गाया था। हालांकि इस गाने को ‘धक धक’ की तरह सेक्सी अंदाज में नहीं फिल्माया गया था, तेलुगु फिल्म में ये एक लव सॉन्ग था।
उस वक्त ‘धक धक’ गाने के म्यूजिक चोरी करने का आरोप लगा था, लेकिन इसके म्यूजिक डायरेक्टर आनंद मिलिंद ने गीत के विवाद पर बात नहीं की। सालों बाद उन्होंने माना कि निर्देशक या निर्माता की मांग पर उन्हें मजबूरन संगीत की नकल करनी पड़ी थी। 2012 में रेडिफ के साथ एक इंटरव्यू में, जब उनसे उन आरोपों के बारे में पूछा गया कि उन्होंने ए आर रहमान और इलियाराजा से धुनें चुराई है तो आनंद ने कहा, “हमने 1,600 गीत बनाए, जिनमें से सात या आठ ऐसे होंगे जिन पर नकल का आरोप लगाया गया है। हमें निर्माता और निर्देशक ने मजबूर किया। वे बस एक खास धुन की नकल करना चाहते थे जो उन्हें पसंद थी। आज, मुझे अपने किए पर पछतावा है। मुझे अपना पैर पीछे खींचकर मना कर देना चाहिए था।”
भले ही इन दोनों गानों के संगीत लगभग एक जैसे हैं, लेकिन सीन एकदम अलग हैं और ये ‘धक धक’ कोरियोग्राफर सरोज खान के दिमाग की उपज है, जिन्होंने माधुरी के कई मशहूर डांस नंबरों की कोरियोग्राफी की थी। इनमें ‘एक दो तीन’, ‘चोली के पीछे’, ‘चने के खेत में’ शामिल हैं। उस समय, CBFC ने डांस नंबर को लेकर काफी हंगामा किया था क्योंकि उन्हें ये बेहद अश्लील लगा था, खासकर माधुरी के बॉडी मूवमेंट के मामले में, और सरोज ने खुद ही CBFC पैनल के सामने लाइव डेमो देने का बीड़ा उठाया था