साउथ एक्ट्रेस तृषा कृष्णन इन दिनों चर्चा में बनी हुई हैं। कृष्णन अचानक तब सुर्खियों में आई जब उनके को-एक्टर मंसूर अली खान ने उनको लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की। एक्टर का बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

बयान वायरल होते ही लोग मंसूर अली को खूब खरी-खोटी सुना रहे हैं। वहीं अब तृषा ने लियो के को-स्टार के स्टेटमेंट पर रिएक्ट किया है और कभी दोबारा उनके साथ ना करने की बात कही है। अपनी इस रिपोर्ट में हम आपको बताते हैं कि आखिर मंसूर अली ने क्या कहा था और तृषा ने उनके जवाब में क्या कुछ कहा।

तृषा ने क्या कहा

तृषा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “हाल ही में मेरे ध्यान में एक वीडियो आया है, जहां मिस्टर मंसूर अली खान मेरे बारे में काफी गलत तरीके से बात करते हुए दिख रहे हैं। मैं इसकी निंदा करती हूं और इसे सेक्सिस्ट, अपमानजनक और स्त्रियों के खिलाफ मानती हूं। वो मेरे साथ काम करने की उम्मीद करते रह सकते हैं, लेकिन यह मेरी खुशकिस्मती रही है कि मैंने उनके जैसे नीच आदमी के साथ कभी काम नहीं किया है और कोेशिश करुंगी कि भविष्य में भी ना करूँ। उनके जैसे लोग मानवता पर दाग हैं।”

मंसूर अली खान ने क्या कहा था

मंसूर अली ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि “मुझे जब मालूम हुआ कि मैं तृषा के साथ काम कर रहा हूँ तो मुझे लगा कि यह एक बेडरूम सीन होगा। मुझे लगा कि मैं फिल्म में तृषा को उठाकर बेडरूम में ले जाऊंगा जैसा मैंने और भी कई अभिनेत्रियों के साथ पहले फिल्मों में किया है। मैंने पहले भी कई रेप सीन किए हैं और मेरे लिए यह कोई नई बात नहीं है। लेकिन, इन लोगों ने कश्मीर में शूटिंग के दौरान मुझे तृषा को देखने तक नहीं दिया।”

लोकेश कंगराज ने क निंदा

वहीं फिल्म डायरेक्टर लोकेश कंगराज ने मंसूर की आलोचना की। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि “मैं मंसूर अली खान के बयान से आहत और क्रुद्ध हूँ। हमने एक ही टीम में काम किया है। किसी भी उद्योग में महिलाओं और साथ में काम करने वालों के लिए सम्मान आवश्यक है। मैं इस रवैये की निंदा करता हूं।”

बीजेपी नेता ने उठाया मुद्दा

बीजेपी नेता और एनसीडब्ल्यू सदस्य खुशबू सुंदर ने भी मंसूर अली द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणी के लेकर कहा कि “मैंने पहले ही अपने वरिष्ठ के साथ मंसूर अली खान का मुद्दा उठाया है और इस पर कार्रवाई करूंगी। ऐसे गंदे दिमाग से कोई बच नहीं सकता। मैं तृषा कृष्णन और मेरे अन्य सहयोगियों के साथ खड़ी हूं। जब हम महिलाओं की सुरक्षा और उन्हें सम्मान दिलाने के लिए पूरी ताकत से लड़ रहे हैं, तो ऐसे पुरुष हमारे समाज में एक गंद की तरह मौजूद रहते हैं।”