Lata Mangeshkar: स्वर कोकिला लता मंगेशकर अब सोशल मीडिया पर भी थोड़ा वक्त बिताने लगी हैं। ऐसे में उन्होंने एक पोस्ट फैंस के साथ शेयर किया। लता मंगेशकर ने खुद से जुड़ा एक किस्सा शेयर किया जिसमें उन्होंने बताया कि जब उन्होंने पहली बार रेडियो पर गाया था तो उनके पिता को कैसा लगाा था। अपने और पिता के अनुभव शेयर करते हुए दिग्गज गायिका लता मंगेशकर ने बताया- ‘आज से 79 साल पहले 16 दिसंबर 1941 को मैंने रेडियो पर पहली बार गाया। मैंने दो नाट्यगीत गाए थे। जब मेरे पिताजी ने वो सुने तब वो बहुत खुश हुए। उन्होंने मेरी मां से कहा कि लता को आज रेडियो पर सुनकर मुझे बहुत खुशी हुई। अब मुझे किसी बात की चिंता  नहीं।’

लता मंगेशकर के इस ट्वीट के सामने आने के बाद फैंस के कमेंट्स बरसने लगे। लता मंगेशकर के इस किस्से को फैंस पसंद करते हुए बोले- आप हमारे देश की धरोहर जैसी हैं मैम तो किसी ने कहा- आप सदा स्वस्थ रहें, चिरंजीवी। एक यूजर ने साल 1941 का वह AIR प्रोग्राम पेज शेयर कर कहा-ऑल इंडिया रेडियो प्रोग्राम गाइड का वह पेज जिसमें साफ देखा जा सकता है कि लता दीदी ने 16 दिसंबर 1941 को बॉम्बे में गाया था। ‘मोरी निंदिया गमाय’। बिहाग राग 6.10 पर उन्होंने गाया था।’

एक यूजर ने लिखा- 79 साल पहले आपने अपना करियर शुरू किया था एक फ्रैशर के तौर पर। लेकिन आज आप एक अनबीटेबल लेजेंड बन गई हैं। दुनिया की सबसे बेहतरीन सिंगर। हम भारतीयों को आप पर गर्व है मैम। आप सदा खुश रहें स्वस्थ रहें।

एक ने कहा- ‘जो हमने दास्तां अपनी सुनाई आप क्यूं रोए? रश्मे उलफत को निभाएं तो निभाएं कैसे? दीदी जी, आप लीजेंड/ देशरत्न हैं, स्व.मदन मोहन जी अमर रहें, यही सच्चे मन से कामना करता हूं। अच्छा लगता है। जय श्रीराम।’ एक ने लिखा- 79 साल का सफर दीदी आपने एक जिंदगी देखी है। हर कोई आपकी जैसी किस्मत वाला नही होता। आपकी आवाज को आपकी मेहनत को आपके जज्बे को कोटी-कोटी प्रणाम लवयू।

एक यूजर ने स्नेह के साथ लिखा- ‘आपकी बातें आज भी एक छोटी बच्ची की तरह ही हैं। आप धन्य हैं, आप अपनी आवाज़ से पुरी दुनिया को एक ऐसी धरोहर मिली है जो कभी मिट नहीं सकती और जिसका कोई मूल्यांकन नहीं ही सकता। बहुत बहुत धन्यवाद। ‘