पंजाब में कांग्रेस के विधायक बलविंदर सिंह लड्डी ने पिछले 45 दिनों में तीन बार पार्टियां बदली हैं। बलविंदर सिंह कांग्रेस के हरगोविंदपुरा विधानसभा सीट से विधायक हैं। ऐसा करने के कारण बलविंदर सिंह लड्डी के नाम के खूब चर्चे हो रहे हैं। दिसंबर में BJP, जनवरी में कांग्रेस, फरवरी में फिर भाजपा ऐसे करते हुए विधायक बलविंदर ने 45 दिन यानि डेढ़ महीने में 3 बार अपना दल बदल लिया।
बलविंदर सिंह लड्डी को लेकर लोकप्रिय कवि कुमार विश्वास ने भी ट्वीट किया है। उनका ये ट्वीट काफी तेजी से वायरल हो गया है। कुमार विश्वास ने अपने इस ट्वीट में बलविंदर सिंह की तुलना गैलीलियो के कर दी है।
पत्रकार अखिलेश शर्मा ने बलविंदर सिंह लड्डी की खबर सोशल मीडिया पर देते हुए लिखा, ‘करीब 2000 साल बाद फिर साबित हुआ कि दुनिया गोल है। यह असाधारण कार्य पंजाब में हरगोविंदपुर के विधायक बलविंदर सिंह लड्डी ने कर दिखाया। कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते लड्डी 28 दिसंबर को बीजेपी में शामिल हुए। तीन जनवरी को वापस कॉंग्रेस में चले गए और आज 11 फरवरी को फिर बीजेपी में आ गए।’
अखिलेश शर्मा के इसी ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कुमार विश्वास ने लिखा, ‘लियो-लियो-गैलीलियो’। अपनी इस प्रतिक्रिया के साथ कुमार विश्वास ने काफी सारे इमोजी भी बनाए हैं। उनके ये तंजिया ट्वीट खूब वायरल हो रहा है और सोशल मीडिया यूजर्स भी इसपर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
एक यूजर ने कुमार विश्वास के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा, ‘ये तो रिंगा रिंगा रोजेज हो गया।’ तो वहीं दूसरे ने लिखा, ‘आयाराम गयाराम’। किसी ने इस विधायक के लिए नोबेल की तक कर डाली और लिखा, ‘इन्हें नोबेल पुरस्कार दिलाने की माँग की जाए का सर’। तो वहीं एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, ‘ये भारत की लोकतंत्र की खूबसूरती हैं’
बता दें कि बलविंदर सिंह कांग्रेस के हरगोविंदपुरा विधानसभा सीट से विधायक हैं। कांग्रेस विधायक ने पहले बीजेपी ज्वाइन की ,फिर कुछ दिन बाद ही कांग्रेस में वापस लौट आएं और उसके बाद फिर बीजेपी में शामिल हो गए। वर्तमान में बलविंदर सिंह बीजेपी में है।
लड्डी को पहली बार सत्ता का स्वाद 80 के दशक के अंत में मिला जब बलविंदर सिंह अपने गांव शाहबादपुर के सरपंच चुने गए और उस वक्त उग्रवाद चरम पर था। गांव के सरपंच की मृत्यु के बाद गांव उनके विकल्प को नहीं ढूंढ पाया, जिसके बाद बलविंदर सिंह लड्डी जो एक दुकानदार थे वह एक आश्चर्यजनक विकल्प के रूप में उभरे। इसके बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह के अच्छे रिश्ते बनाते हुए बलविंदर पंजाब पॉलिटिक्स का बड़ा नाम बनकर उबरे।