एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया है कि आईबी और रॉ जैसे बड़े संस्थानों से मुस्लिम अधिकारियों को निकाला जा रहा है। ओवैसी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कवि कुमार विश्वास ने उनसे इस्लाम और भारत को लेकर सवाल किया है। कुमार विश्वास ने ओवैसी को चुनौती दी है कि आप इन बातों को खुलेआम बोलने की हिम्मत दिखाइए।
ओवैसी ने क्या कहा था
असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा- “दशकों में पहली बार इंटेलिजेंस ब्यूरो के सीनियर नेतृत्व में कोई मुस्लिम अधिकारी नहीं होगा। इससे साफ पता लगता है कि बीजेपी मुसलमानों को किस नजर से देखती है। आईबी और रॉ एक्सक्ल्यूसिव बहुसंख्यकवादी संस्थान बन गए हैं। आप लगातार मुसलमानों से वफादारी का सबूत मांगते हैं, लेकिन उन्हें कभी भी दूसरे नागरिकों के साथ बराबरी के रूप में स्वीकार नहीं करते हैं।”
कुमार विश्वास ने कसा तंज
ओवैसी के ट्वीट पर कुमार विश्वास ने तंज कसते हुए लिखा कि “वकील साहब आपकी हर बात सर-आंखों पर बस जरा इतनी सी जहमत करें कि ये दो बहुत जरूरी बात आप भी एक-बार खुलेआम बोल भर दें।”
कुमार विश्वास ने आगे कहा कि “बोलिए अगर इस्लाम और भारत में एक को चुनने का मौका होगा तो मैं इस्लाम छोड़कर भारत चुनूंगा, अगर कुरान शरीफ और संविधान में एक को चुनने का मौका होगा तो मैं संविधान चुनूंगा। आपके इस बयान का सदियों से इंतजार करता एक भारतीय सनातनी।”
एआईएमआईएम (AIMIM) चीफ ने कही यह बात
कुमार विश्वास के ट्वीट के बाद ओवैसी ने बिना कुमार विश्वास का नाम लिए अलग से ट्वीट करते हुए लिखा कि “भारत के जासूसी और इंटेलिजेंस एजेंसियों में मुस्लिम अफसरों की कमी वाले मेरे ट्वीट पर लोगों ने बहुत सारे सवाल उठाए। केवल मुसलमानों से पूछा जाता है कि मजहब और मुल्क के बीच में किसे चुना जाएगा। पता नहीं कितने लोग देश की सुरक्षा का सौदा करते हुए पकड़े जाते हैं, ISI महिलाओं के फेक अकाउंट बनाकर इन्हें फंसा लेती है। धर्म की बात तो दूर, क्या कोई इन्हें पूछेगा कि ये अपने हवस और देश के बीच किसे चुनते हैं?”