धोनी की टीम चेन्नई सुपरकिंग्स के आईपीएल में खराब प्रदर्शन से नाराज़ कुछ लोगों ने उनकी 5 साल की बेटी को लेकर आपत्तिजनक बातें कही और भद्दी गालियां दी हैं। इससे हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास बहुत नाराज़ हुए हैं और उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक लंबे पोस्ट में उन लोगों को जाहिल कहते हुए कड़ी फटकार लगाई है। पोस्ट की शुरुआत में कुमार विश्वास ने यह सलाह दी है कि अगर आप एक पिता, भाई या बेटे हैं तो उनकी टिप्पणी को जरूर पढ़ें।
उन्होंने लिखा, ‘ आज बेटियों का दिन है, अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस! सुबह – सुबह बेटियों को बधाई आशीष देकर मोबाइल स्क्रॉल कर ही रहा था कि बदबू से बजबजाता यह घटिया समाचार हर तरफ़ बिखरा दिखाई दिया! कौन हैं ये लोग जो दो कौड़ी के औपनिवेशिक खेल की हार- जीत के कारण एक पांच साल की गुड़िया के लिए ऐसा कह सकते हैं, सोच सकते हैं?’
उन्होंने उन लोगों पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा, ‘ये किसी मां के बेटे हैं क्या? किसी बहन के भाई हैं क्या? इनके आंगन में बेटियां नहीं खेलती क्या? ये कौन नराधम हैं, चेक किया तो वही निकले! देश बचाने के नाम पर, मजहब- धर्म बचाने के नाम पर, अपना नेता – पार्टी बचाने के नाम पर रोज़ सोशल मीडिया पर गालियां बकने वाले नीच ग्रामसिंह!’
कुमार विश्वास ने राजनीतिक पार्टियों पर भी निशाना साधा। उन्होंने आगे लिखा, ‘इनकी पार्टियों के बड़े- बड़े नेता, सरकारों में बैठे इनके बड़े से बड़े वाले राजनैतिक – बाप इन्हें फॉलो करते हैं! ये खुली धमकियां देते हैं, किसी की हत्या पर जश्न मनाते हैं। इनसे असहमत एक बुजुर्ग औरत की हत्या पर उस औरत को मरने के बाद गंदी गालियां बकते हैं।’ कुमार विश्वास ने अपना तीव्र गुस्सा जाहिर करते हुए कहा है कि उन लोगों पर नकेल कसने की जरूरत है। उन्होंने लिखा है, ‘ कैसे नकेल कसेगी इन रक्तबीजों पर? इन पर खीझने के बजाए इनके खिलाफ बोलना होगा, लड़ना होगा, इनका उपचार करना ही होगा!’
कुमार विश्वास ने आगे लिखा कि राजनैतिक-धार्मिक असहमति के कारण और अपने राजनीतिक नेताओं की खुशामद के लिए पेड और अनपेड ट्रोल्स की ऐसी हरकतें पहले कभी नहीं देखी थीं। उन्होंने लिखा, ‘ सरकार में इनकी पार्टियां आ जाती है तो ये सरेआम ‘सैयां भए कोतवाल’ का पट्टा लेकर नंगा नाच करने लगते हैं।’
कुमार विश्वास ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के ज़रिए लोगों को सलाह दी कि ऐसे लोगों को तुरन्त ब्लॉक करें और उन्हें रिपोर्ट करें। उन्होंने लिखा कि घर में ऐसे लोग हों तो उन्हें समझाएं क्योंकि यह घटिया सोच एक दिन आपके – हमारे घरों तक भी पहुंच जाएगी।