कमाल आर खान उर्फ केआरके की भले ही फिल्में फेल रही हों, लेकिन बॉलीवुड इंडस्ट्री और सेलिब्रिटीज से लेकर राजनीति तक के मामलों पर अपने ट्वीट के लिए वह हिट हैं। कोई भी मुद्दा हो केआरके अपनी आलोचनात्मक प्रतिक्रिया देने से कभी नहीं चूकते हैं। अब हाल ही में आई रिपोर्ट के मुताबिक 7 साल में करीब 9 लाख लोग पलायन कर चुके हैं इस पर केआरके देश के प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसा है।
केआरके ने किया ट्वीट
कमाल आर खान ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मोदी जी के सत्ता में आने के बाद से लगभग 1 मिलियन अमीर भारतीयों ने अपनी राष्ट्रीयता छोड़ दी है। जबकि लगभग 50 लाख लोग भारत छोड़कर विदेश में रहने के लिए जा चुके हैं। नोटबंदी के बाद मोदी जी ने कहा था कि हम तो फकीर हैं, झोला लेकर चल पड़ेंगे! अमीर भारतीयों ने कहा, आप नहीं जाएंगे सर, लेकिन हम जाएंगे।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
केआरके के ट्वीट पर तमाम यूजर्स ने प्रतिक्रिया दी है। सुष्मिता नाम की यूजर ने केआरके की खिचाई करते हुए लिखा कि आपके भी दो ही बच्चे हैं दोनों की घर से निकल पड़े जबकि उनके पास किसी चीज की कोई कमी नहीं थी। शायद आपके साथ रहते हुए कुछ कमी उनको महशूस हो रही थी। इसलिए वो भी पलायन कर गए इसके लिए आप ही दोषी हो।
एक यूजर ने लिखा कि क्या आप इस तथ्य को आँकड़ों के साथ बता सकते हैं? मैं मान रहा हूं कि आपने किसी तरह का विश्लेषण किया है और इस बारे में कहीं पढ़ा है लेकिन क्या आप हमें तथ्य और संख्या दिखा सकते हैं? एक यूजर ने लिखा कि 1947 से कांग्रेस के रहते हुए 2 मिलियन परिवारों ने भारत छोड़ा, और अधिकांश उत्तर भारत से इंदिरा गांधी की हत्या के बाद चले गए।
केंद्रीय गृह मंत्री नित्यानंद राय ने पेश किया आंकड़ा
बता दें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने मंगलवार को लोकसभा में इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 से 2021 के दौरान नागरिकता छोड़ने वाले भारतीयों की संख्या 3,92,643 थी। इसमें 2019 में 1,44,017 भारतीयों ने जबकि 2020 में 85,256 भारतीयों ने भारत की नागरिकता छोड़कर अन्य देशों की नागरिकता ले ली थी।
दरअसल, चल रहे मानसून सत्र के दौरान लोकसभा में बहुजन समाज पार्टी के नेता हाजी फजलुर रहमान ने पूछा कि क्या गृह मंत्री 2019 से चालू वर्ष तक भारतीय नागरिकता त्यागने वाले व्यक्तियों का विवरण और संख्या बताएंगे। उनके इस प्रश्न का उत्तर देते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने भारत की नागरिकता छोड़ने वाले भारतीयों की संख्या के संबंध में विदेश मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरणों का हवाला देते हुए जानकारी दी।