किशोर कुमार के लिए कहा जाता था कि उनकी आवाज बॉलीवुड के किसी भी एक्टर को सूट करती थी। किशोर कुमार बॉलीवुड के ऐसे सिंगर थे जिन्होंने कहीं से गाने की शिक्षा नहीं ली थी यानी उनकी सिंगिंग गॉड गिफ्ट ही थी और वह बिना किसी से सीखे इतना अच्छा गाना गाया करते थे। एक बार साउंड रिकॉर्डिस्ट रॉबिन चटर्जी ने किशोर कुमार और आशा भोसले को गाने के बीच में ही बाहर कर दिया था।
फिल्म ‘जान-पहचान’ की शूटिंग चल ही रही थी कि गाने को रिकॉर्ड करने का फैसला किया गया। 1948 की बात है और उस दौरान बहुत अच्छे स्टूडियो नहीं हुआ करते थे। ‘RJ राहुल’ ने किस्सा साझा करते हुए बताया था, फिल्म के म्यूजिक डायरेक्टर थे खेमचंद प्रकाश। खेमचंद ने गाने के लिए किशोर कुमार और आशा भोसले को चुना था। किशोर कुमार और आशा भोसले समय से स्टूडियो पहुंच गए। दोनों ने रिकॉर्डिंग करनी शुरू कर दी, लेकिन ये गाना वो खत्म नहीं कर पाए।
साउंड रिकॉर्डिस्ट उस समय रॉबिन चटर्जी मशीनों पर बैठे हुए थे। आशा भोसले और किशोर कुमार ने जैसे ही गाना शुरू किया तो वो अपने कमरे से भागते हुए बाहर आए और कहा कि गाना रोक दो। रॉबिन चटर्जी ने खेमचंद प्रकाश से कहा, ‘दोनों सिंगर्स अच्छे नहीं है। इन दोनों सिंगर्स को हटा दो और गानों को अच्छे सिंगर्स से रिकॉर्ड करवाओ।’ इस तरह दोनों गाने से बाहर हो गए। बाद में दोनों ने माइक छोड़ा और रिकॉर्डिंग रूम से बाहर आ गए।
दरअसल इस दौरान दोनों सिंगर्स इंडस्ट्री में बिल्कुल नए थे। इसलिए उन्होंने इसका विरोध भी नहीं किया। रॉबिन चटर्जी उस दौरान प्रोड्यूसर भी हुआ करते थे। देखते ही देखते किशोर कुमार और आशा भोसले का करियर ऊपर चला गया, लेकिन रॉबिन चटर्जी वहीं रहे। बहुत सालों बाद किशोर कुमार एक बार फिर गाना रिकॉर्ड करने के लिए स्टूडियो पहुंचे और रॉबिन चटर्जी गाने को रिकॉर्ड करने का इंतजार कर रहे थे। गाना खत्म करने के बाद किशोर ने रॉबिन चटर्जी से कहा कि आपको याद है आपने हमें बाहर कर दिया था। लेकिन आशा भोसले ने उन्हें बीच में ही रोक दिया।