सुपरस्टार राजेश खन्ना आराधना से पहले कुछ फिल्मों में काम कर चुकी थे लेकिन फ़िल्मों ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और उन्हें पहचान नहीं मिल पाई। साल 1968 की फ़िल्म आराधना के लिए जब शक्ति सामंत ने उन्हें कास्ट किया और किशोर कुमार के पास इसके गाने लेकर पहुंचे तब उन्होंने कहा था कि वो नए लड़के से पहले मिलेंगे और तब ही उसके लिए गाना गाएंगे। राजेश खन्ना ने इस बात का जिक्र खुद किया था।
बोम्बिनो नामक मीडिया प्लेटफॉर्म को दिए एक साक्षात्कार में राजेश खन्ना ने बताया था कि जब वो पहली बार किशोर कुमार के घर गए तो सिंगर ने उन्हें आधे घंटे तक पानी के लिए नहीं पूछा। करीब आधे घंटे तक उन्हें परखने के बाद जब उन्हें एहसास हो गया कि राजेश खन्ना वाकई में फ़िल्मों के प्रति समर्पित हैं, तब जाकर उन्होंने उन्हें चाय पिलाई थी।
राजेश खन्ना ने बताया था, ‘ये समझ लीजिए कि मेरा जन्म आराधना से हुआ। जब ये फ़िल्म शुरू हुई तब किशोर कुमार ने पूछा कि मैं किसके लिए गा रहा हूं। बताया गया कि नया लड़का है, मेहनती, होनहार है। वो बोले, नहीं पहले मुझे बताइए.. मैं मिलना चाहूंगा। मैं उनके घर गया। उन्होंने मुझसे बातचीत की, मेरा नाम पूछा।’
राजेश खन्ना ने आगे बताया था, ‘उन्होंने पूछा कि फ़िल्मों में क्यों काम करना चाहते हो? मैंने कहा कि जबसे मैंने होश संभाला, एक्टर बनना चाहता था। मैं चाहता हूं कि लाखों लोगों की सेवा कर सकूं। उन्होंने फिर पूछा, कैसी सेवा? मैंने कहा, मनोरंजन के माध्यम से। हमारे हिंदुस्तान में एंटरटेनमेंट के अलावा है ही क्या? अगर मैं थोड़ा सा भी लोगों का मनोरंजन कर सका तो मुझसे ज्यादा भाग्यशाली कौन होगा।’
किशोर कुमार को राजेश खन्ना की बातें सुनकर जब यकीन हुआ कि उनमें अभिनेता बनने का जज़्बा है तब जाकर उन्होंने उनसे चाय कॉफी के लिए पूछा था। उन्होंने बताया था, ‘मेरे जवाब सुनकर तब उन्होंने कहा कि मुझे तुमसे मिलकर खुशी हुई। उसके बाद उन्होंने पूछा कि चाय पिएंगे या कॉफी। उससे पहले मैं आधा घंटा बैठा रहा, उन्होंने मुझे पानी का गिलास तक नहीं पूछा। वो जानना चाह रहे थे कि इसका मकसद क्या है। बाद में मुझे पता चला कि वो मेरी परीक्षा ले रहे थे कि ये क्या है, किस तरह से बातचीत करता है।’
किशोर कुमार ने राजेश खन्ना के लिए पहली बार ‘आराधना’ में आवाज दी और तब से वो राजेश खन्ना की आवाज बन गए। इसी फ़िल्म से राजेश खन्ना हिंदी सिनेमा जगत के सुपरस्टार बन गए। इसके बाद राजेश खन्ना की फिल्में लगातार हिट होती गईं। राजेश खन्ना अपनी फिल्मों में किशोर कुमार के अलावा किसी भी सिंगर से गाना गवाना पसंद नहीं करते थे।
जब उनकी फ़िल्म ‘हाथी मेरे साथी’ के गाने बन रहे थे तब इसके एक गाने ‘नफरत को दुनिया को छोड़के’ को किशोर कुमार ने यह कहते हुए गाने से मना कर दिया कि ये हाई पिच का गाना वो नहीं पाएंगे, राजेश खन्ना इसे मोहम्मद रफी से गवा लें। लेकिन राजेश खन्ना को ये बात स्वीकार नहीं थी कि उनके लिए किशोर कुमार के अलावा कोई और अपनी आवाज दे। किशोर कुमार ने किसी तरह राजेश खन्ना को राजी किया और गाना फ़िल्म का सबसे सुपरहिट गाना रहा था।