हमारे देश में महिलाओं के अधिकार और उनकी सुरक्षा को लेकर कई तरह की बातें की जाती हैं, लेकिन क्या वाकई समाज में महिलाएं सुरक्षित हैं? इसकी कहानी को बताया गया है अमेजन प्राइम पर आई वेब सीरीज ‘खौफ’ में। कहने को तो ये एक हॉरर वेब सीरीज है, जिसमें सुपर नेचुरल चीजों के बारे में दिखाया गया है, मगर दूसरा पहलू कुछ और है और शायद इस वेब सीरीज में उसे ही दर्शाने की कोशिश की गई है।
जो लोग कहते हैं भूत या आत्मा जैसा कुछ नहीं होता। महिलाओं को अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए या कुछ गलत हो जाए तो उन्हीं की गलती होगी, उन लोगों को ये वेब सीरीज जरूर देखनी चाहिए। ‘खौफ’ में महत्वाकांक्षी औरतों की कहानी दिखाई गई है, जो अपने घर से दूर एक हॉस्टल में रहने आती हैं और एक गलती के कारण वहां कैद होकर रह जाती हैं।
पिछले कई समय से इंडियन सिनेमा में हॉरर फिल्में बनना काफी सामान्य हो गया है, लेकिन अगर उसमें साइको थ्रिलर भी मिक्स कर दिया जाए तो बात थोड़ी और बन सकती है। इस सीरीज के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है। कहने को ये हॉरर है, मगर इसमें अलग-अलग मुद्दे दिखाए हैं। ये समाज के लिए आईना भी है तो उन लोगों के लिए सबक भी है जो या तो बहत ज्यादा अंधविश्वास में जीते हैं या इन सब बातों को बिल्कुल नहीं मानते और कहते है भूत प्रेत जैसा कुछ होता ही नहीं।
क्या है ‘खौफ’ की कहानी?
मधु नाम की लड़की (जिसका किरदार मोनिका पंवार ने निभाया है) ग्वालियर से दिल्ली नौकरी करने के लिए आती है और शहर से हटके एक होस्टल में रहने लगती है। उसके कमरे का नंबर 333 है और इसे एक भूतिया कमरा कहा जाता है। उसके आसपास के कमरों में रह रही लड़कियां पहले उसे वहां रहने के लिए मना करती हैं, लेकिन वो उनकी बात नहीं सुनती, जब तक उसे खुद वहां किसी बुरी आत्मा के होने का अनुभव नहीं हो जाता। मधु का अतीत काफी डरावना है और दिल्ली आकर उसके पुराने घाव फिर से हरे होने लगते हैं, वहीं साथ ही वो अपने साथ हो रही अजीबोगरीब चीजों से भी परेशान है। वहीं दिल्ली के एक पुराने इलाके में एक हकीम रहता है, ये किरदार रजत कपूर ने निभाया है।
क्या है कमी?
आठ एपिसोड की वेब सीरीज ‘खौफ’ लगभग छह घंटे में पूरी होगी, इसका हर एपिसोड लगभग 45 मिनट का है। इस सीरीज का विषय काफी सोच समझकर लिया गया है, मगर कहानी काफी स्लो लग सकती है। डायरेक्शन की बात करें तो इस सीरीज को खौफनाक बनाने के लिए कई जगह अंधेरे वाले सीन दिखाए गए हैं, लेकिन वो इतने डार्क है कि उस बीच आपको एक्टर्स के चेहरे भी नहीं दिखेंगे। कई सीन जंगल में शूट किए गए हैं और ये सिर्फ डायलॉग सुनकर ही पता चल रहा है, सीन में ठीक ठंग से कुछ दिखाई नहीं दे रहा है।
‘खौफ’ में दिखाई गई हर एक एक्टर ने कमाल का काम किया है। मगर पूरी सीरीज में मोनिका पंवार ने कमाल का काम किया है। उनके अलावा रजत कपूर के किरदार ने भी लोगों के मन में खौफ पैदा कर दिया है।
क्यों देखें ‘खौफ’?
इस सीरीज में दिखाया गया है कि जितना लोग भूत से डरते हैं उससे कई ज्यादा डरावने कुछ आदमी होते हैं जो महिलाओं को अपना शिकार बनाते हैं। राइटर स्मिता सिंह ने इस सीरीज में दिल्ली में साल 2012 में हुए निर्भया कांड के बारे में भी जिक्र किया है और दिखाया है कि महिलाओं को लेकर दरिंदे कैसी सोच रखते हैं। जो महिला नौकरी कर रही है और देर रात अपने घर लौटती है उसे ये सीरीज जरूर देखनी चाहिए। सीरीज का क्लाइमैक्स भी सस्पेंस के साथ छोड़ता है, जिससे शायद ये हिंट मिलता है कि इसका दूसरा पार्ट भी आ सकता है।