फिल्म- केसरी वीर
स्टार कास्ट- सुनील शेट्टी, सूरज पंचोली, विवेक ओबेरॉय और आकांक्षा शर्मा अन्य।
डायरेक्टर- प्रिंस धीमान और कनुभाई चौहान
समय- 2 घंटे 36 मिनट
रेटिंग- 3.5/5
Kesari Veer Movie Review In Hindi: बड़े पर्दे पर ऐतिहासिक पृष्ठभूमि वाली फिल्मों को दिखाना अन्य फिल्मों के मुकाबले थोड़ा मुश्किल काम होता है। इसमें मेकर्स के ऊपर फैक्ट के साथ-साथ दर्शकों के एंटरटेनमेंट की भी जिम्मेदारियों का बीड़ा और भी बढ़ जाता है। ऊपर से अब ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की फिल्म में जब आस्था जुड़ जाए तो वो और भी कठिन हो जाता था। सिनेमा जगत में पहले भी आस्था पर फिल्में बनती आई हैं। इसमें कुछ सफल रही हैं तो कुछ असफल। इस संसार में आस्था की अपनी जगह है। ऊपर से शिवभक्तों की कमी तो पूरे संसार में नहीं है। फिल्ममेकर कुछ ऐसी ही फिल्म लेकर आए हैं, जो सोमनाथ मंदिर पर हुए ऐतिहासिक आक्रमणों की गाथा कहती है। इसकी कहानी 14वीं शताब्दी के भारत की पृष्ठभूमि पर आधारित है।
हम बात कर रहे हैं सुनील शेट्टी और सूरज पंचोली की फिल्म ‘केसरी वीर’ की, जिसे सिनेमाघरों में रिलीज कर दिया गया है। इससे सूरज पंचोली ने पर्दे पर वापसी की है। दमदार कहानी के साथ उनकी शानदारी वापसी रही है। ऐसे में अगर आप इसे देखने का मन बना रहे हैं तो पहले जान लीजिए इसके बारे में कि फिल्म कैसी है।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर आधारित है फिल्म की कहानी
इसकी शुरुआत फिल्म ‘केसरी वीर’ की कहानी से करते हैं। इसकी स्टोरी उस दौर की है जब तुगलक साम्राज्य का सबेदार जफर खान गुजरात में मंदिरों को ध्वस्त कर रहा था और लोगों पर धर्म बदलने का प्रेशर बना रहा था। फिल्म में सूरज पंचोली भी हैं, जो वीर राजपूत हमीरजी गोहिल के रोल में होते हैं। हमीरजी गोहिल अर्थिला गांव के एक युवा राजा होते हैं, जो अत्याचारों के खिलाफ लड़ते हैं। वो जफर खान के खिलाफ लोगों को एकजुट करते हैं और लड़ने की पूरी कोशिश करते हैं। सोमनाथ मंदिर पर हुए ऐतिहासिक आक्रमणों से उसकी रक्षा करते हैं और अपनी अंतिम सांस तक तुगलत साम्राज्य से लड़ते हैं। बाकी आगे क्या क्या होता है, इसे देखने के लिए आपको थिएटर का रुख करना होगा।
सूरज पंचोली की दमदार वापसी, सुनील शेट्टी ने फूंकी जान
फिल्म ‘केसरी वीर’ में सूरज पंचोली ने हमीरजी गोहिल के कैरेक्टर के साथ पूरा न्याय किया है। उन्होंने अपने दमदार अभिनय से फिल्म में जान डाल दी है। किसी वीर योद्धा की कहानी को स्क्रीन पर दिखाना थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन, वो तो अपने किरदार में एकदम रमे हुए दिखे। उनकी डायलॉग डिलीवरी और शारीरिक हावभाव कमाल के दिखे हैं। वो एक योद्धा की तरह ही दिखे हैं। इसमें उनकी परफॉर्मेंस देखने के बाद कह सकते हैं कि ये फिल्म उनके करियर की बेहतरीन फिल्म साबित हो सकती है।
फिल्म में सुनील शेट्टी भी हैं, जिन्होंने वेगदादी का रोल प्ले किया है। उन्होंने इसे बढ़िया तरीके से निभाया है। उनका इंट्रोक्शन सीन तो देखते ही बनता है। एक्टर ने अपने किरदार और एक्टिंग से फिल्म में जान डालने की पूरी कोशिश की है। वहीं, ‘इंडियन पुलिस फोर्स’ जैसी वेब सीरीज में एक्टिंग से लाइमलाइट बटोरने वाले विवेक ओबेरॉय विलेन के किरदार में कमाल के लगे हैं। उन्होंने जफर खान का रोल प्ले किया है। वो अपने कैरेक्टर में खूंखार लगे हैं। कहते हैं ना कि फिल्म में बेहतरीन हीरो के साथ ही दमदार विलेन होता है तो अलग ही मजा होता है तो यहां पर विवेक एकदम फिट लगे हैं। वहीं, आकांक्षा शर्मा भी होती हैं, जो काफी खूबसूरत लगी हैं।
डायरेक्शन
वहीं, फिल्म ‘केसरी वीर’ के निर्देशन की बात की जाए तो इसका निर्देशन प्रिंस धीमान और कनुभाई चौहान ने किया है। उन्होंने फिल्म के हर पहलू को दिखाने की कोशिश की मगर रोमांस को तड़का भी लगाया है, जिसे देखने के बाद लगता है कि उसके बिना भी फिल्म में काम चलाया जा सकता है। इसके एक्शन सीक्वेंस के वीएफएक्स तक में कमी देखने के लिए मिली, जो इसे कमजोर करते हैं। वहीं, कुछ सीन ऐसे भी होते हैं, जो आपको कुर्सी की पेटी से बांधे रखते हैं। कुल मिलाकर डायरेक्शन को भी ठीक-ठाक कह सकते हैं। फिल्म के डायलॉग्स अच्छे हैं, जो आपको पसंद आएंगे। इसके अलावा फिल्म के बैकग्राउंड स्कोर और म्यूजिक भी अच्छे हैं, जो फिल्म की कड़ी को मजबूत बनाते हैं।
कैसी है फिल्म? देखें या नहीं
फिल्म की कहानी काफी दमदार है। जैसा कि सुनील शेट्टी ने इसे लेकर प्रमोशनल इवेंट में कहा था कि ऐसी फिल्में बनना जरूरी हैं, जो इतिहास से रूबरू कराती हैं तो ये उनके इस बयान पर खरा उतरती है। ऐसी कहानियां सभी को जानना चाहिए। भारत के वीर सपूतों और योद्धाओं के बारे में तो सभी को पता होना चाहिए तो ये फिल्में ही अच्छा माध्यम हैं, जो उनकी कहानी को बयां करती हैं। फिल्म की कहानी भले ही अच्छी है मगर इसमें काफी कमियां भी हैं। स्क्रीनप्ले में कमियां हैं। लड़ाई के सीन को ठीक-ठाक कह सकते हैं। VFX खराब होने की वजह से एक्शन सीक्वेंस में ज्यादा मजा नहीं आ पाता है। रोमांस का एंगल से ज्यादा फैक्ट पर बात होनी चाहिए थी। बाकी फिल्म ठीक ठाक है इसे आप देख सकते हैं।
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