करिश्मा कपूर के एक्स हसबैंड संजय कपूर का 12 जून को लंदन में निधन हो गया था। 19 जून को दिल्ली में उनका अंतिम संस्कार हुआ। उनके निधन से परिवार और चाहने वाले गहरे सदमे में हैं। उनका निधन अजीबो गरीब घटना के कारण हुआ। वो पोलो खेल रहे थे, जब उनके मुंह में मधुमक्खी घुस गई और उसके विंड पाइप में घुसने से उन्हें हार्ट अटैक आ गया। मगर निधन से पहले ही वो अपने परिवार के भविष्य के लिए बहुत कुछ करके गए हैं। उन्होंने आने वाले 10 साल का प्लान बना लिया था और वो चाहते थे कि उनका परिवार साथ रहे और उनके बच्चों को कोई तकलीफ ना हो।

 हाल ही में इंडियन सिलिकॉन वैली पॉडकास्ट में संजय कपूर से पूछा गया था कि वो अपनी लाइफ में किन वैल्यू को अपनाते हैं। उन्होंने कहा, “मेरे लिए, विश्वास और सम्मान बेहद महत्वपूर्ण है। ये महत्वपूर्ण है कि एक परिवार एक साथ आए और एक साथ रहे। एक और चीज जो मैं और मेरी पत्नी करते हैं, वो है पेरेंटिंग पर कोचिंग सेशन। हम बेहतर माता-पिता बनना चाहते हैं। हम भगवद गीता पर एक कोचिंग सेशन भी कर रहे हैं, हम इसे सप्ताह में एक बार करते हैं। मैं चाहता हूं कि मेरे बच्चे और मेरा परिवार कुछ ऐसे मूल्यों को अपनाएं जो विश्वास, सम्मान, एकता और एक साथ रहने के इर्द-गिर्द घूमें। यह बेहद महत्वपूर्ण है।”

उन्होंने आगे कहा, “ये महत्वपूर्ण है कि हम एक इकाई बनाएं। हम एक मिश्रित परिवार से आते हैं, इसलिए ये हमेशा आसान नहीं होता। लेकिन हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हमारे पास एक ऐसी व्यवस्था है जहां हम सभी एक साथ काम करते हैं, जहां हम एक-दूसरे से प्यार करते हैं। और मैं चाहता हूं कि ये मेरी पत्नी और मेरे जीवनकाल के बाद भी जारी रहे।”

अपनी कंपनी में अपने रोल हटने के बाद वह किस तरह से अपना जीवन जीना चाहते हैं, इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा था, “मैं एक बेहतरीन योजनाकार हूं। अक्टूबर में, मैंने अपने लिए 10 साल की योजना लिखी; लक्ष्य नहीं, बल्कि वे चीजें जिन पर मैं ध्यान केंद्रित करूंगा। चाहे वह काम से जुड़ी व्यस्तता हो या काम से इतर व्यस्तता। मेरे पास काम से इतर बहुत सारी प्रतिबद्धताएं हैं। मैं इस बारे में बहुत स्पष्ट हूं कि मैं क्या करूंगा और क्या नहीं करूंगा। खेल मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं, स्वास्थ्य और फिटनेस मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। मैं पोलो खेलता हूं, मैं एक टीम चलाता हूं। मैं जितनी बार संभव हो खेलता हूं। हालांकि, मेरे लिए यह भी महत्वपूर्ण है कि मैं अपने परिवार को कुछ वापस दूं। जब मैंने अपनी 10 साल की योजना बनाई, तो मैंने वास्तव में काम से संबंधित और काम से इतर, नींव से संबंधित व्यापक रूपरेखाएं लिखीं… मैंने 2025 को यह परिभाषित करने के लिए निकाल दिया कि मैं क्या करूंगा। मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो बिना किसी व्यस्त कार्यक्रम के बैठ सकता है। अपने समय का स्वामी होना एक बड़ी विलासिता है।”

कपूर अपने पारिवारिक व्यवसाय सोना कॉमस्टार के बोर्ड का हिस्सा थे, जिसकी कीमत करीब 40,000 करोड़ रुपये है। वह दून स्कूल के बोर्ड का भी हिस्सा थे और एक सक्रिय पोलो खिलाड़ी थे।