साल 2007 में रिलीज हुई फिल्म ‘जब वी मेट’ सुपरहिट हुई थी। फिल्म को इम्तियाज़ अली ने डायरेक्ट किया था। फिल्म में करीना कपूर के साथ शाहिद कपूर नज़र आए थे। कई सालों बाद एक इंटरव्यू में बॉबी देओल ने खुलासा किया था कि फिल्म में शाहिद नहीं बल्कि उन्हें काम करना था और वह इम्तियाज़ से पहले ही स्क्रिप्ट भी सुन चुके थे। हालांकि बिल्कुल ऐन मौके पर करीना के कहने पर शाहिद को साइन कर लिया गया था।
बॉबी ने कहा था, ‘मैंने अपने भाई अभय देओल की फिल्म ‘सोचा न था’ देखी थी। ये फिल्म मुझे बहुत पसंद आई थी और मैंने इम्तियाज़ अली को फोन कर बधाई भी दी थी। मैंने इम्तियाज़ से फोन कर साथ काम करने की इच्छा जाहिर की थी। पहले फिल्म का नाम ‘जब वी मेट’ नहीं ‘गीत’ था। मैंने ही इम्तियाज़ को करीना का नाम सजेस्ट किया था। हालांकि पहले हमने इसके लिए प्रीति जिंटा से भी कॉन्टैक्ट किया था, लेकिन वह किसी दूसरे प्रोजेक्ट में बिजी थीं।’
बॉबी देओल ने कहा था कि एक दिन उन्हें अचानक पता चला कि फिल्म के लिए शाहिद कपूर को साइन कर लिया गया है। ये देखने के बाद तो मैं भी सोचने लगा था कि आखिर कैसे लोग हैं इंडस्ट्री में भी। फिल्म को धिलिन मेहता ने प्रोड्यूस किया था और ये इम्तियाज के करियर में मील का पत्थर साबित हुई थी। कई सालों बाद बॉबी देओल के पिता धर्मेंद्र का गुस्सा भी इम्तियाज़ अली के ऊपर फूटा था।
इम्तियाज पर फूटा धर्मेंद्र का गुस्सा: सनी देओल की फिल्म ‘घायल वन्स अगैन’ के प्रमोशन के दौरान धर्मेंद्र से पूछा गया था कि राजकुमार संतोषी के साथ सनी ने फिल्म क्यों नहीं बनाई? इसके जवाब में धर्मेंद्र ने कहा था, ‘कई बार रिश्तेदार आपके साथ खड़े नहीं होते हैं। खासकर, जब आपको जरूरत होती है। हमने राजकुमार संतोषी और इम्तियाज़ अली जैसे डायरेक्टर पैदा किए हैं। लेकिन कहते हैं कि असलियत सामने आ जाती है। हमारे साथ ऐसा नहीं हो पाया और असलियत सामने नहीं आ पाई थी।’
बता दें, करीना कपूर के साथ बॉबी देओल पहले भी काम कर चुके थे। दोनों ने फिल्म ‘अजनबी’ में साथ काम किया था। दोनों की जोड़ी को काफी पसंद भी किया गया था। फिल्म में अक्षय कुमार और बिपाशा बसु भी लीड रोल में थे।