कंगना रनौत की फ़िल्म, ‘थलाइवी’ (Thalaivii) को दर्शकों और आलोचकों का भरपूर प्यार मिल रहा है। तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता के जीवन पर बनी ये फ़िल्म 10 सितंबर को रिलीज हुई। तारीफों के बीच इस फ़िल्म को जयललिता की पार्टी की तरफ़ से आलोचना भी झेलनी पड़ी है। एआईएडीएमके नेता डी जयाकुमार ने मांग की है कि फ़िल्म में कुछ तथ्य गलत दिखाए गए हैं, उन्हें डिलीट किया जाए।
चेन्नई में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए जयाकुमार ने कहा कि फिल्म में जयललिता और पार्टी के संस्थापक एमजीआर के कुछ सीन गलत तथ्यों के साथ पेश किए गए हैं। उन्होंने कहा कि एमजीआर कभी मंत्री नहीं बनना चाहते थे बल्कि वो विधायक ही रहना चाहते थे लेकिन फिल्म में इस बात को गलत तरीके से पेश किया गया।
एक सीन में दिखाया गया कि एमजीआर अन्नादुराई की सरकार में मंत्री बनना चाहते थे जो कि गलत है। उन्हें मंत्री बनाने की बात भी हुई थी जिससे उन्होंने इनकार कर दिया था।
जयाकुमार ने फिल्म के एक और सीन पर आपत्ति जताते हुए उसे डिलीट करने की मांग की है। जयाकुमार ने कहा कि ऐसा कभी नहीं हुआ जब जयललिता एमजीआर के खिलाफ गईं हों लेकिन फिल्म में कुछ और ही दिखाया गया। ये गलत दिखाया गया है कि जयललिता एमजीआर की जानकारी के बिना इंदिरा गांधी और राजीव गांधी से संपर्क कर रहीं। एआईएडीएमके नेता का कहना है कि फ़िल्म से ये सीन हटा दिए जाएं तो फिल्म बड़ी हिट होगी।
बता दें, जयललिता खुद कभी नहीं चाहतीं थीं कि उनके जीवन पर कभी कोई फिल्म बने। साल 1999 में उन्होंने सिमी ग्रेवाल को एक इंटरव्यू दिया था जिसमें उनका कहना था कि वो ऐसा कभी नहीं चाहेंगी कि उनकी बायोपिक बने। जब सिमी ग्रेवाल ने जोर देकर पूछा था कि अगर फिर भी फिल्म बनती है तो वो जयललिता के रूप में किस एक्ट्रेस को देखना पसंद करेंगी?
जवाब के जयललिता ने ऐश्वर्या राय का नाम लेते हुए कहा था, ‘मुझे लगता है कि मेरे जवानी के दिनों के रोल में ऐश्वर्या राय सबसे अच्छी रहेंगी। लेकिन अब मैं जैसी हूं या आगे जैसा मेरा व्यक्तित्व होगा, मेरे हिसाब से ये मुश्किल होने वाला है।’