कंगना रनौत किसान आंदोलन को लेकर लगातार सरकार का पक्ष लेती रही हैं और उन्होंने किसान आंदोलन को राजनीति से प्रेरित बताया है। अब कंगना का कहना है कि शाहीन बाग़ के आंदोलन की तरह ही किसान आंदोलन का भी भंडाफोड़ हो गया है। उनका यह भी कहना है कि कृषि कानूनों के पक्ष में बोलने के कारण उन्हें डेथ और रेप की धमकियां मिल रही हैं और उन्हें ऑनलाइन लिंचिंग का भी सामना करना पड़ा है।
कंगना ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो जारी किया और कहा, ‘मैंने वादा किया था कि जब किसान आंदोलन का भांडा फूट जाएगा तब मैं आप लोगों से बात करूंगी क्योंकि पिछले 10- 12 दिनों में जो मैंने मेंटल लिंचिंग, ऑनलाइन लिंचिंग फेस की है, रेप, डेथ की धमकी मैंने फेस की है। तो ये मेरा हक बनता है कि मैं इस देश से कुछ सवाल करूं। अब जब प्रधानमंत्री ने आशंका की कोई गुंजाइश ही नहीं छोड़ी है तो ज़ाहिर है कि राजनीति से प्रेरित था ये पूरा आंदोलन और कहीं न कहीं इसमें आतंकियों ने भी हिस्सा लेना शुरू कर दिया था।’
कंगना रनौत ने बताया कि वो पंजाब में बहुत दिनों तक रहीं हैं और उन्होंने वहां से अपनी स्कूल की पढ़ाई भी की है। उन्होंने आगे कहा, ‘मैं जानती हूं 99 प्रतिशत पंजाब के लोग ख़ालिस्तान नहीं चाहते, वो देश का टुकड़ा नहीं चाहते। वो देश प्रेमी हैं सब। मुझे आतंकियों से शिकायत नहीं है, जो इस देश को तोड़ना चाहते हैं, उनकी भावनाएं मैं समझती हूं, लेकिन जो मासूम लोग हैं वो कैसे इन लोगों को अपनी उंगलियों पर नचाने देते हैं।’
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कंगना ने आगे कहा कि जो लोग चीज़ों को समझते भी नहीं हैं, वो आंदोलन करने लगते हैं। उन्होंने पंजाब की एक दादी का ज़िक्र करते हुए कहा, ‘पंजाब में एक दादी हैं, वो मुझे भद्दी गालियां दे रही हैं, अपनी जमीन बचाने की कोशिश कर रहीं हैं सरकार से, क्या हो रहा है इस देश में? मुझे आपलोगों से शिकायत है कि इन आतंकियों, इन विदेशी शक्तियों के चपेट में हम कैसे आ जाते हैं।’
कंगना का कहना है कि वो एक राष्ट्रभक्त हैं बावजूद इसके उन्हें हर दिन अपनी इंटेंशन बतानी पड़ती है और प्रियंका चोपड़ा, दिलजीत दोसांझ को लेकर कोई कुछ नहीं बोलता। वो बोलीं, ‘प्रियंका चोपड़ा, दिलजीत दोसांझ से कोई इनकी इंटेंशन क्यों नहीं पूछता, ये किस तरह की नीति कर रहे हैं? अगर मैं देश के हित में बात करती हूं तो मुझे कहते हैं कि मैं राजनीति कर रही हूं। इनसे भी तो पूछिए न ये कौन सी नीति कर रहे हैं।’