बॉलीवुड एक्ट्रेस और पॉलिटिशियन कंगना रनौत इन दिनों अपने एक इंटरव्यू को लेकर चर्चा में बनी हुई हैं, जिसमें उन्होंने अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को लेकर कई चीजें शेयर की। इस दौरान उनसे पीरियड्स के दौरान हाइजीन बनाए रखने और महिलाओं को मंदिरों में प्रवेश नहीं करने जैसे मुद्दे पर भी बात की। ऐसे में एक्ट्रेस ने भी इस पर खुलकर बात की और अपने विचार शेयर किए। साथ ही उन्होंने इससे जुड़े अपने अनुभव भी शेयर किए और बताया कि जब वह छोटी थीं, तो कैसे उन्हें भी यह चीजें समझाई जाती थीं।

कंगना ने बताई अपनी स्टोरी

हॉटरफ्लाई को दिए इंटरव्यू में कंगना से उनकी पीरियड्स एजुकेशन के बारे में पूछा गया। इसके जवाब में एक्ट्रेस ने कहा, “जो इसके चैप्टर होते हैं, वो तो 9वीं क्लास में आते हैं, लेकिन तब तक बहुत लड़कियों के पीरियड्स आ गए होते हैं। हमने जो पढ़ा वो बहुत टेक्निकल होता है, लेकिन ज्यादातर इसके बारे में घर पर ही एजुकेशन मिलता है।” इसके बाद एक्ट्रेस ने बताया कि पहले टीवी पर ऐड आता था पेड्स का, तो एक दिन मेरी एक दोस्त स्कूल में पेड लेकर आ गई। मैं उसे देखकर चौंक गई और उसे कहा कि तू ये क्या लेकर आई है।

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कंगना ने आगे कहा, “ये तो वही है, जिसकी सब बातें करते हैं। फिर हमने उसे पकड़ा और उसे ब्लेड से थोड़ा काटकर देखा।” कंगना ने बताया कि उनकी मां को चिंता होने लगी थी जब उनके पीरियड्स नहीं आए। एक्ट्रेस ने कहा, “उस समय तक मैं डॉल हाउस के साथ खेलती थी, तो मेरी मां को गुस्सा आया कि एक तो इसके पीरियड्स नहीं आए और ऊपर से गुड़ियों से खेल रही है।

इसके बाद उनकी मां ने सब फेक दिया। इसके साथ ही उनकी मां उन्हें बताती रहती थी कि तुम्हारे पीरियड्स आएंगे, ब्लड आएगा, तब तुम मेरे पास आना। फिर एक दिन जब मैं उठी, तो बेडशीट और सब जगह पर ब्लड हो गया, जो बहुत डरावना था। मुझे विश्वास नहीं हुआ कि ये अब हर महीने होगा और मेरी मम्मी बहुत खुश हुई कि फाइनली आ गए।

पीरियड्स मिथ्स पर की बात

कंगना से जब पूछा गया कि जैसे मंदिर में नहीं जा सकते, किचन में नहीं जा सकते। इस तरह की प्रथा थी आपके यहां पर। इसके जवाब में एक्ट्रेस ने कहा, “हां, उस टाइम पर तो अच्छा था। मैंने कभी लड़ाई नहीं की कि मैं मंदिर में जाऊं। क्योंकि, मुझे खुद इतना गंदा फील हो रहा है। मुझे तब हर किसी को थप्पड़ मारने का दिल करता था, मन भी नहीं लगेगा वहां। मम्मी इतना ज्यादा सेंसिटिव हो जाती थी, उस वक्त पर हमारे लिए।”

कंगना रनौत ने बताया, “लोग इस चीज का बहुत ज्यादा विरोध करते हैं कि हमें तो मंदिर जाना है, हमें तो किचन में जाना है। ठीक है अगर आपके पास कोई और चारा नहीं है तो आप जाइए। अब मुझे तो जाना पड़ता है, मेरे घर में मैं अकेले रहती हूं, मैं तो करती ही हूं खासकर मंदिर में। अगर कोई काम करने वाले होते हैं, तो मैं उन्हें बोल देती हूं कि पूजा कर दीजिए, वो कर देते हैं। कोई नहीं होता या कोई ऑप्शन नहीं है, तो शायद वो तो करेगा ना।”

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