मशहूर कॉमेडियन कुणाल कामरा इन दिनों चर्चा में हैं, अपने हालिया स्टैंडअप कॉमेडी शो में कुणाल ने महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर जोक सुनाया था जिससे काफी विवाद शुरू हो गया। स्टूडियो में तोड़-फोड़ से लेकर हथौड़ा चलने तक की खबरें आने लगीं। अब इस मामले में कंगना रनौत का रिएक्शन भी सामने आया है। कंगना रनौत के ऑफिस में भी तोड़-फोड़ की गई थी इसलिए जब उनसे दोनों घटनाओं की समानता की बात की गई तो एक्ट्रेस ने जवाब दिया है। उन्होंने दोनों घटनाओं को अलग कहा है।

कंगना रनौत का बयान

कंगना रनौत ने कहा, ”कोई भी चाहे आप उसकी बात से एग्री करें या नहीं जिस तरह से वो मजाक उड़ा रहे थे मेरा, जो हादसा किया गया था मेरे साथ उसका मजाक उड़ा रहे थे। कहीं न कहीं मैं उस हादसे को इस हादसे से नहीं जोड़ूंगी क्योंकि वहां जो हुआ था वो गैरकानूनी था और यहां कानून के दायरे में रहकर काम किया जा रहा है। आप कोई भी लेकिन किसी का अपमान करना, जिस इंसान के पास उसकी इज्जत ही सबकुछ है आप कॉमेडी के नाम पर उनकी इज्जत उछाल रहे हैं, उनके काम को डिसरिगार्ड कर रहे हैं। शिंदे जी कभी जमाने में रिक्शा चलाया करते थे आज अपने दम पर आगे आए हैं। कौन हैं ये लोग? इनकी क्या क्रेंडिशयल है, जो जिंदगी में कुछ न कर पाएं। अगर कुछ लिख सकते हैं तो साहित्य में कुछ लिखें। कॉमेडी के नाम पर गाली गलौज करना, हमारे ग्रंथों का मजाक उड़ाना, लोगों का मजाक उड़ाना। माताओं-बहनों का मजाक उड़ाना। ये इंफ्लुएंसर आजकल खुद को कह रहे हैं, हमारा समाज कहां जाता जा रहा है 2 मिनट की फेम के लिए। ये हमें सोचना होगा। फडणवीस जी ने भी सही कहा कि कहीं ना कहीं हमें रिस्पॉन्सबिलिटी लेनी होगी। तो ये लीगल कार्रवाई की गई है दोनों की कोई तुलना नहीं है।”

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कुणाल कामरा के इस जोक से हुई विवाद की शुरुआत

कुणाल कामरा ने हाल ही में मुंबई के खार में स्थित ‘हैबिटेट स्टूडियो’ में एक स्टैंड-अप कॉमेडी शो किया। इस शो के दौरान कुणाल ने बॉलीवुड फिल्म ‘दिल तो पागल है’ के मशहूर गाने “भोली सी सूरत, आंखों में मस्ती” की पैरोडी सुनाई जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र की राजनीति और एकनाथ शिंदे पर तंज कसा। उनके गाने के बोल कुछ इस तरह थे:

“ठाणे की रिक्शा, चेहरे पर दाढ़ी, आंखों पर चश्मा हाय!
एक झलक दिखलाए कभी, गुवाहाटी में छुप जाए।
मेरी नजर से तुम देखो, गद्दार नजर वो आए।
मंत्री नहीं है वो, दल बदलू हैं और कहा क्या जाए, जिस थाली में खाए उसमें छेद कर जाए।
मंत्रालय से ज्यादा फडणवीस की गोदी में मिल जाए।”

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