एक्ट्रेस से बीजेपी सांसद बनीं कंगना रनौत राजनीति से खुश नजर नहीं आ रही हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था कि वो शायद जनता की सेवा करने के लिए परफेक्ट नहीं हैं। अब उन्होंने सांसदों की तनख्वाह पर बात की है और कहा है कि जिसना वेतन इन लोगों को मिलता है वो काफी नहीं है। इसके साथ एक नौकरी की भी जरूरत है। कंगना का कहना है कि जितनी तनख्वाह उन्हें मिलती है उसमें कुछ नहीं बच पाता है। इसके साथ ही एक्ट्रेस ने राजनीति को महंगा शौक बताया है।

कंगना ने राजनीति को कहा महंगा शौक

टाइम्स नाउ के साथ खास बातचीत के दौरान कंगना ने कहा, “मैंने हमेशा से कहा है कि राजनीति एक महंगा शौक है।” जब कंगना से पूछा गया कि उन्हें ऐसा क्यों लगता है तो उन्होंने कहा, “जाहिर है, क्योंकि जब आप एक सांसद होते हैं तो इसे पेशे के तौर पर नहीं अपना सकते, क्योंकि इसमें नौकरी की जरूरत है। आप एक ईमानदार शख्स हैं, मैं समझती हूं। रसोइए और ड्राइवर को रखने के लिए जो वेतन मिलता है, उसके बाद आपके पास सिर्फ 50 और 60 हजार रुपये ही बच पाते हैं और एक सांसद का यही वेतन है। देश में सांसद का मासिक वेतन एक लाख 24 हजार रुपये है। अगर किसी कर्मचारी या अधिकारी के साथ जाना हो तो कार से जाने में इसके लाखों का खर्च आता है, क्योंकि सफर का फासला 300 से 400 किमी है, इसलिए यह एक महंगा शौक है, इसमें आपको एक नौकरी की भी जरूरत है।”

इसके आगे कंगना ने कहा, “कई सांसद हैं, जिनके खुद के बिजनेस हैं. वे बतौर वकील भी काम कर रहे हैं। मेरे से पहले जो आए हैं, जैसे कि जावेद अख्तर साहब, वो भी फिल्म इंडस्ट्री में अभी भी काम कर रहे हैं।”

आत्मन इन रवि (एआईआर) के साथ एक इंटरव्यू में भी कंगना ने राजनीति पर बात की थी। कंगना ने बताया था कि लोग उनके पास किस तरह की समस्याएं लेकर आ रहे हैं।

उन्होंने कहा था, “मुझे इसकी आदत पड़ रही है। मैं ये नहीं कहूंगी कि मुझे इसमें मजा आ रहा है। ये एक बहुत ही अलग तरह का काम है, समाज सेवा जैसा। ये मेरे बैकग्राउंड में नहीं रहा है। मैंने कभी लोगों की सेवा करने के बारे में नहीं सोचा। मैंने महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी है, लेकिन वो अलग है… किसी की नाली टूटी हुई है, और मैं कहती हूं, ‘लेकिन मैं एक सांसद हूं और ये लोग मेरे पास पंचायत स्तर की समस्याएं लेकर आ रहे हैं।’ उन्हें परवाह नहीं है। जब वे आपको देखते हैं, तो वे टूटी सड़कों जैसी समस्याओं के साथ आपके पास आते हैं, और मैं उन्हें बताती हूं कि ये राज्य सर