कंगना रनौत और दिलजीत दोसांझ के बीच के ट्वीटर वार का अभी अंत नज़र नहीं आ रहा। कंगना रनौत आज लगातार दिलजीत दोसांझ पर हमलावर दिखीं हैं। उन्होंने एक सोशल मीडिया यूज़र का एक ट्वीट शेयर करते हुए कहा कि दिलजीत को यह कानून आप पंजाबी ने समझा दीजिए। इस ट्वीट के माध्यम से कंगना से दिलजीत दोसांझ की मज़ाक उड़ाया है जिसपर यूजर्स भी खूब कमेंट कर रहे हैं।
कंगना का ट्वीट था, ‘शुक्रिया पाजी, आप लोकल क्रांतिकारी दिलजीत दोसांझ को भी पंजाबी में समझा दो प्लीज़। मुझसे बहुत गुस्सा हो गया था वो, जब मैंने समझाने की कोशिश की।’ कंगना ने जो ट्वीट शेयर किया है उसमें यूज़र ने अपने ढंग से किसानों और सरकार के पक्ष को हिंदी में रखने की कोशिश की थी। हजारों लोग कंगना के ट्वीट पर अपनी बात रख रहे हैं। ट्रुथ सीकर नाम के यूज़र ने लिखा, ‘भाई (दिलजीत दोसांझ) ने जो एक करोड़ दिया है, मैं कहता हूं कि ED को उसकी जांच करनी चाहिए। क्या उन्हें वो फंड विदेशों से मिला कि वो उसे भारत में फंड के रूप में दें?’
शुभम चटर्जी लिखते हैं, ‘दिलजीत जैसे लोगों का पेट पंजाब के लोगों से चलता है। तो वो लोग सपोर्ट तो करेंगे ही चाहे सही हो या गलत, वरना भूखा मरना पड़ेगा बेचारों को।’ गुरमिंदर सिंह लिखते हैं, ‘उन्हें (दिलजीत दोसांझ) पब्लिसिटी की जरूरत नहीं, वो एक हीरो और चैंपियन हैं।
Thank you paji local krantikari @diljitdosanjh ji ko punjabi mein samjhado please
Mujhse bahut gussa ho gaye the woh jab maine samjhane ki koshish ki https://t.co/KOe1Qljxcm— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) December 11, 2020
मैरीगोल्ड नाम के यूज़र लिखते हैं, ‘दिलजीत दोसांझ ने तो दिल जीत लिया नकली भक्त का। दिलजीत जी आप इसे भाव नहीं देते और ये आपका नाम बिना जपे नहीं रहती। वन साइडेड लव की बीमारी है।’ विक्रम नाम के यूज़र लिखते हैं, ‘सबसे ज़्यादा अकल तुम्हें ही है फर्जी क्वीन, न तुमपे विश्वास है किसानों को न मोदीजी पर।’
आपको बता दें कि कंगना और दिलजीत दोसांझ के बीच ट्विटर वार तब शुरू हुआ था जब कंगना ने किसान आंदोलन में शामिल एक महिला को शाहीन बाग़ की दादी बता दिया था और कहा था कि ये 100 रुपयों में उपलब्ध है। कुछ समय बाद उन्होंने अपने फेक ट्वीट को डिलीट कर दिया था लेकिन दिलजीत दोसांझ ने एक बुजुर्ग महिला के बारे में ऐसी अपशब्द बोलने और फेक ट्वीट करने के लिए उन पर जमकर निशाना साधा जिसके बाद दोनों के बीच जमकर बहसबाजी देखने को मिली थी।