मोदी सरकार ने अगले डेढ़ साल में 10 लाख लोगों को नौकरी देने की बात कही है। सोशल मीडिया पर लोग इस ऐलान पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोग इसकी तारीफ कर रहे हैं तो कई इसे एक और ‘जुमला’ कह रहे हैं। अभिनेता कमाल आर. खान (KRK) ने भी मोदी सरकार के ऐलान पर कटाक्ष किया है।
KRK ने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘अग्निपथ योजना शुरू करके मोदी जी ने देश के युवाओं को बता दिया है कि यह है आप लोगों की औकात। आप लोग 4 साल में तक़रीबन 10 लाख रुपये कमा पाओगे, जबकि मैं 10 लाख का एक सूट पहनता हूं…। अभिनेता ने अगले ट्वीट में लिखा, ‘देश के नौजवानों की तरह, सभी MLA, MP को भी ‘सत्य पथ’ योजना के तहत सिर्फ 5 साल के लिए ही नियुक्त किये जाएं। उसके बाद रिटायरमेंट दे दिया जाए और पेंशन भी बन्द की जाए।’
ट्रोल हुए तो डिलीट किया ट्वीट: केआरके एक अन्य ट्वीट में लिखा कि ‘कई रिटायर जजों और वकीलों ने पत्र लिखकर सुप्रीम कोर्ट से यूपी सरकार के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने को कहा है। बढ़िया हुआ…’। इसपर एक यूजर ने पूछा कि मोदी के खिलाफ खड़े होने वाले किसी एक व्यक्ति का नाम बताओ? जवाब में केआरके ने लिखा कि ‘मोदी जी का रसोइया भी मोदी जी से बेहतर पीएम बन सकता है, दूसरों को भूल जाइए।’ हालांकि इस पर जब लोग भड़क गये तो केआरके ने इस ट्वीट को डिलीट कर दिया
वहीं, गायक विशाल ददलानी ने भी हालिया घटनाओं पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि भारत का अपमान हो रहा है? हम ऐसी चीजें बर्दाश्त कर रहे हैं? ये लोग “हिंदू-मुस्लिम” करा-करा के ध्यान भटका रहे हैं और दूसरी तरफ देश की इज्जत नीलाम कर रहे हैं।’ केआरके और विशाल ददलानी के ट्वीट पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं: केआरके को जवाब देते हुए शशांक नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अपने समुदाय के लोगों के बारे में भी कुछ बोलिए, जो धर्म के नाम पर दंगा कर रहे हैं। मतलब तुम पत्थर मारते रहो और हम देखते रहेंगे। यह उचित नहीं है।’ मोहम्मद नाम के यूजर ने लिखा कि ‘भाई 4 साल पहले जजों ने फ़ैसले में सरकार के दखल पर एक प्रेस मीट हुई थी, अब वे सभी (प्रेस करने वाले जज) लोग उनके (सरकार) साथ हैं, यह सिर्फ एक नाटक है भाई…।’
विशाल ददलानी के ट्वीट पर जवाब देते हुए पुनीत नाम के यूजर ने लिखा कि ‘मिस्टर ददलानी मुझे आपका गीत और गीत के बारे में आपका ज्ञान पसंद है, लेकिन क्या मैं आपको किसी पार्टी (आप) से जोड़कर आपके संगीत को जज करना शरू कर दूं, तो मोदी जी को राजनीति ना सिखाएं, ठीक है।’ शुभम ने लिखा कि ‘विशाल भाई, वे मंदिर-मस्जिद और बुलडोजर से खुश हैं। जब तक अपने आप पर नहीं आएगी, सब चुप ही रहेंगे।’
बता दें कि नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल के बयान के करीब दस दिन उनके विरोध में हंगामा खड़ा हुआ। खाड़ी देशों ने कड़ी आपत्ति जताई तो भाजपा ने अपने दोनों नेताओं पर कार्रवाई की थी। कार्रवाई किए जाने के बाद, 10 जून को नमाज के बाद पत्थरबाजी हुई। उत्तर प्रदेश में पत्थरबाजी करने वाले लोगों की पहचान कर कार्रवाई की गई और अवैध घरों पर बुलडोजर चला दिया गया। इसी पर कमाल आर खान ने ट्वीट किया है।
वहीं श्रीलंका के एक बड़े अधिकारी ने कहा कि पीएम मोदी ने राजपक्षे से अडानी को प्रोजेक्ट देने के लिए कहा था। वीडियो वायरल होने के बाद हंगामा मच गया, हालांकि अब अधिकारी ने अपना बयान वापस लेते हुए अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। इसी पर विशाल ददलानी ने ट्वीट किया था।