प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच एक बैठक को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, यास चक्रवात से हुए नुकसान को लेकर पीएम मोदी ने समीक्षा बैठक बुलाई थी, जिसमें सीएम ममता बनर्जी को भी शामिल होना था। लेकिन बैठक में ममता बनर्जी 30 मिनट की देरी से पहुंची और कागजात सौंप कर चली गईं। ममता बनर्जी के बैठक में शामिल न होने को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। इस मामले को लेकर इंडिया टीवी के मुकाबला में भी चर्चा हुई, जिसमें कांग्रेस नेता ने फेडरल स्ट्रक्चर को लेकर बातें कीं। हालांकि, उनकी इस बात पर जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक जमकर बरसे और उन्होंने सोनिया गांधी पर भी खूब निशाना साधा।

कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने डिबेट के दौरान कहा कि देश के प्रधानमंत्री झूठ के लिए जाने-माने व्यक्ति हो चुके हैं। महाराष्ट्र में जो हुआ वह सबको मालूम है, चार लोगों को सुबह उठाकर मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दी गई। इसके बाद भी आप लोग कहते हैं कि आप फेडरल स्ट्रक्चर पर चोट नहीं कर रहे हैं।

आलोक शर्मा ने अपने बयान में पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि कोई प्रोटोकॉल नहीं है, बल्कि देश के प्रधानमंत्री के लिए केवल वोट मायने रखता है। देश के प्रधानमंत्री पद की गरिमा जितनी वर्तमान प्रधानमंत्री ने गिराई है, उतनी शायद किसी ने भी नहीं गिराई है।

 


आलोक शर्मा के इस बयान को लेकर जेडीयू नेता अजय आलोक भी करारा जवाब देने से पीछे नहीं हटे। उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर भड़कते हुए कहा, “प्रधानमंत्री पद की गरिमा ये समझा रहे हैं जनता को। मैं इन्हें 2004 से 2014 तक की बातें याद दिलाता हूं, जब ओलंपिक का न्योता सोनिया गांधी को आता था, प्रधानमंत्री को नहीं आता था। ये है प्रधानमंत्री पद की गरिमा।”

अजय आलोक यही नहीं रुके। उन्होंने एक किस्से को साझा करते हुए कहा, “मैं और गरिमा याद दिलाता हूं, जब प्रधानमंत्री द्वारा पास किया गया ऑर्डिनेंस एक सांसद फाड़ देता था। आप कांग्रेसी इस देश को फेडरलिज्म सिखाएंगे। कांग्रेसी प्रधानमंत्री पद की गरिमा बताएंगे।”

अजय आलोक ने कहा, “आप लोगों के लिए गरिमा सिर्फ एक है और वह है गांधी परिवार। कोई भी कांग्रेसी फेडरल स्ट्रक्चर का ज्ञान न दे तो ही अच्छा है। बता दें कि जेडीयू नेता की इन बातों को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता ने भी उनपर लगातार तंज कसते हुए नजर आए।