बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) इन दिनों फिल्म ‘जवान’ (Jawan) को लेकर चर्चा में हैं। इसे लेकर लोगों में जबरदस्त क्रेज देखने के लिए मिल रहा है, जिसे देखो वही इस मूवी की बात कर रहा है। फिल्म एडवांस बुकिंग में भी धुआंधार कमाई कर रही है। इसके एडवांस बुकिंग की ओपनिंग डे के मौके पर डेढ़ लाख टिकट बिके थे। इसे लेकर मेकर्स को काफी उम्मीदें हैं। फिल्म को रिलीज से पहले ही हिट और ब्लॉकबस्टर बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि ये ‘पठान’ से ज्यादा कमाई कर सकती है। ‘जवान’ की रिलीज और हिट के बाद 2023 में शाहरुख की दो सबसे बड़ी हिट एक ही साल में हो जाएंगी। इन फिल्मों ने उनके रोमांस किंग वाले टैग को बदल दिया है। ऐसे में सवाल है कि वो रोमांस किंग नहीं बल्कि साउथ के फॉर्मूले से बॉलीवुड वापसी कर रहे? चलिए इसे समझते हैं पूरी डिटेल में…

शाहरुख खान का शुरुआती करियर, मिला रोमांस किंग का टैग

शाहरुख खान ने अपने करियर की शुरुआत 90 के दशक में की। उनकी पहली फिल्म ‘बाजीगर’ रही। इसके बाद उन्होंने ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ जैसी फिल्मों में काम किया, जिसके बाद उनको एक टैग मिला, जो था ‘रोमांस किंग’ का। इसके बाद एक्टर ने ‘वीर जारा’, ‘दीवाना’, ‘कल हो ना हो’, ‘ओम शांति ओम’ और ‘बादशाह’ जैसी रोमांटिक फिल्मों में अपने रोमांस किंग होने का परिचय दिया। उन्होंने इंडस्ट्री की लगभग हर एक्ट्रेस के साथ काम किया और रोमांस कर छा गए। समय आगे बढ़ता गया लेकिन ‘रोमांस किंग’ और ‘किंग ऑफ रोमांस’ का नाम नहीं बदला। 20 के दशक में भी उन्हें इसी नाम से प्यार मिला। कहा जाने लगा कि शाहरुख की कोई भी फिल्म बिना रोमांस के हो ही नहीं सकती है।

नए ट्रेंड से की वापसी तो मिली फ्लॉप

वैसे तो शाहरुख खान एक ट्रेंड पर चलने वाले एक्टर नहीं हैं। वो अक्सर खुद पर एक्सपेरिमेंट करते रहे हैं। नई स्क्रीप्ट और नए किरदार के साथ काम करना उनकी चाहत रही है। फिर चाहे वो ‘मैं हू ना’ में मेजर से कॉलेज स्टूडेंट बनाना हो या फिर ‘डर’ में एक विलेन की भूमिका निभानी हो। लेकिन, 20 के दशक में जब किंग खान ने अपनी ‘रोमांस किंग’ वाली छवि को तोड़ना चाहा तो उसमें कामयाब नहीं हुए। उन्होंने ‘डियर जिंदगी’, ‘जीरो’ और ‘दिलवाले’ जैसी फिल्में की तो इसमें असफल हो गए। ‘जीरो’ में एक्टर को एकदम अलग ही अंदाज में देखा गया। वो बौना बनकर भी सफल नहीं हो पाए। वहीं, ‘पठान’ में नया लुक टैक्नोलॉजी का इस्तेमाल साथ में एक्शन शाहरुख की छवि ही बदल डाली है। वो एक्शन हीरो भी हो गए हैं। अब ‘जवान’ में भी उनका वही अवतार देखने के लिए मिल रहा है।

‘पुष्पा’-‘केजीएफ-2’ से बदला ट्रेंड

आपने देखा होगा कि कोरोना काल में फिल्म इंडस्ट्री पूरी तरह से ठप्प हो गई थी। भारी नुकसान सहना पड़ा। इस बीच जब स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही थी तो फिल्में भी रिलीज की जाने लगीं। नई फिल्मों का ऐलान होने लगा। लेकिन इस बीच रिलीज की गई हिंदी फिल्में खास परफॉर्म नहीं कर पाईं। लेकिन, साउथ फिल्में अच्छा कर गईं। सिनेमाघरों में ‘पुष्पा’ और ‘केजीएफ-2’ जैसी फिल्में रिलीज की गईं तो इन्होंने रिकॉर्ड तोड़ कमाई की और यहां से ट्रेंड ही बदल गया। यहां से मेकर्स समझ गए कि लोगों को क्या चाहिए? लोगों की डिमांड हो गई स्क्रिप्ट और अच्छी कहानी की। बॉलीवुड में साउथ के हिंदी रीमेक का किस्सा यहां से खत्म हो गया।

बॉलीवुड में साउथ की एंट्री

बॉलीवुड फिल्मों के फ्लॉप को देखते हुए मेकर्स ने तय किया कि हिंदी फिल्मों में साउथ स्टार्स की एंट्री हो। साउथ और बॉलीवुड मिलकर काम करे तो देखा जाने लगा कि साउथ स्टार्स को हिंदी फिल्में ऑफर हुईं। इसमें रश्मिका मंदाना, विजय देवरकोंडा, सामंथा, नयनतारा और विजय सेतुपति जैसे कलाकारों को बॉलीवुड मूवीज मिली। साथ ही फिल्मों का निर्माण भी साउथ फिल्मों के तर्ज पर किया जाने लगा।

‘जवान’ में दिखा ‘पठान’ का ट्रेंड

इसके साथ ही शाहरुख खान की फिल्म ‘जवान’ में भी अब साउथ से लेकर ‘पठान’ तक का ट्रेंड देखने के लिए मिला। मेकर्स पूरी स्ट्रेटजी के साथ काम कर रहे हैं। ‘पठान’ में देखने के लिए मिला था कि इसके ट्रेलर को कुछ दिन पहले ही रिलीज किया गया था। एडवांस बुकिंग खोल दी गई थी। ठीक उसी तरह ही ‘जवान’ का ट्रेलर रिलीज किया गया और फिर उसके बाद ही इसकी एडवांस बुकिंग को खोल दिया गया। एक के बाद एक गाने रिलीज किए जा रहे हैं। लोगों से लगातार इंटरेक्शन हो रहा है।

वहीं, शाहरुख को ‘पठान’ के दौरान वैष्णों देवी के दर्शन करते हुए देखा गया था। ऐसे में अब ‘जवान’ की रिलीज से पहले भी किंग खान मां वैष्णों देवी का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचे थे। अब अगर इन सभी चीजों को देखा जाए तो ‘जवान’ में ‘पठान’ वाला ट्रेंड देखने के लिए मिल रहा है।