Javed Akhtar: तुर्की के विश्व प्रसिद्ध हागिया सोफिया म्यूजियम को मस्जिद में तब्दील करने को लेकर राजनीति गरमाती जा रही है। इसी बीच गीतकार जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने भी इस फैसले पर सवाल उठाया है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर हागिया सोफिया को मस्जिद में तब्दील करने को लेकर एक पोस्ट किया। इसके बाद वे ट्रोल्स के निशाने पर आ गए।
जावेद अख्तर ने लिखा, ‘राष्ट्रीय एकता के प्रतीक हागिया सोफिया को मस्जिद में तब्दील करने से पहले तुर्की सरकार को महान नेता कमाल अतातुर्क की सभी प्रतिमाएं भी ध्वस्त कर देनी चाहिए, जिन्होंने तुर्की को सेक्युलरिज्म-लिबरलिज्म के रास्ते पर आगे बढ़ाया था…’। इस ट्वीट के बाद यूजर्स जावेद अख्तर को ट्रोल करने लगे।
एक यूजर ने लिखा, ‘आपके पैरेंट्स या ग्रैंड पेरेंट्स इस्लाम धर्म में कब कन्वर्ट हुए थे? मुझे यह पक्का यकीन है कि ऐसा जबरन हुआ था लेकिन क्या कभी उन्होंने इस बात का जिक्र किया?’। सतीश नाम के एक यूजर ने लिखा ‘अगर ऐसा है तो फिर बाबरी के लिए आंसू क्यों बहाते हो?’। जयशंकर नाम के एक यूजर ने लिखा ‘मुस्लिम कभी भी सेक्युलर नहीं हो सकते हैं, जब तक कि वे महिलाओं की आजादी को प्राथमिकता दें’।
Before turning Hagia Sophia the symbol of national harmony and coexistence into a Mosque the regressive Turkish govt should demolish all the statues of the great reformer Kamal atta Turk who had put Turkey on the path of secularism liberalism and decency.
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) July 13, 2020
वहीं ताहिरा नाम की एक यूजर ने लिखा ‘आप तब क्यों चुप थे जब आरएसएस बाबरी मस्जिद गिरा रहा था?’। अब्दुर रहमान नाम के यूजर ने लिखा ‘आपका एक भी ट्वीट उस महिला कॉमेडियन को लेकर नहीं देखा, जिसे रेप और जान से मारने की धमकी दी जा रही है। आपके लिए क्या जरूरी है, भारत या तुर्की?’।
क्या है पूरा विवाद? : आपको बता दें कि तुर्की स्थित विश्व प्रसिद्ध इमारत और म्यूजियम हागिया सोफिया को वहां के राष्ट्रपति तैयब एर्दोगन ने मस्जिद में बदलने की मंजूरी दे दी है। एक अदालत द्वारा सरकार के पक्ष में फैसला सुनाए जाने के बाद यह निर्णय लिया गया। हालांकि अब दुनियाभर के तमाम लोग इस फैसले पर सवाल उठा रहे हैं और हागिया सोफिया को म्यूजियम से मस्जिद में बदलने का विरोध कर रहे हैं।