आरती सक्सेना
वास्तविक जीवन के किरदार और घटनाएं फिल्मकारों के लिए प्रेरणा बनते रहे हैं। इसलिए कंगना रानावत झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर ‘मणिकर्णिका’ बनाती हैं। निर्देशक आदित्य धर लक्षित हमले से आकर्षित होकर ‘उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक’ बनाते हैं। निर्देशक अभिजीत पानसे को नवाजुद्दीन सिद्दीकी में शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे नजर आते हैं और वे उनके जरिये ठाकरे के जीवन को परदे पर उतार देते हैं। बॉलीवुड में वास्तविक जीवन की घटनाओं और किरदारों को लेकर लंबे समय से फिल्में बनती रही हैं।
बन रही हैं सच्ची घटनाओं पर फिल्में
वास्तविक घटनाओं और किरदार पर बनी कुछ फिल्में इस साल भी दर्शकों को देखने को मिलेंगी। इनमें कुछ खिलाड़ियों पर हैं, कुछ ऐतिहासिक किरदारों पर हैं तो कुछ अपराध की दुनिया से जुड़ी हैं। करण जौहर की ‘तख्त’ मुगल शासक औरंगजेब और दारा शिकोह के संघर्ष पर आधारित है जिसमें रणवीर सिंह औरंगजेब और विकी कौशल दारा शिकोह बने हैं। आंध्र प्रदेश के जंगलों में लाल चंदन की तस्करी पर आधारित अलु अर्जुन-रश्मिका मंदाना अभिनीत ‘पुष्पा’ एक लॉरी ड्राइवर की कहानी है। यह तेलुगू एक्शन फिल्म हिंदी में भी रिलीज होगी और इसमें सुनील शेट्टी भी नजर आएंगे। आजादी के लिए अंग्रेजों के खिलाफ बगावत को आधार बनाकर आदित्य चोपड़ा की ‘शमशेरा’ बन रही है जिसमें रणवीर कपूर दोहरी भूमिका निभा रहे हैं।
आजादी से पहले की पृष्ठभूमि पर आजादी के लिए लड़ने वाले अलूरी सीताराम राजू और कोमाराम भीम को पांच भाषाओं में बन रही ‘आरआरआर’ में दिखाया गया है। इसमें अजय देवगन और आलिया भट्ट भी हैं। 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्धपर बन रही अजय देवगन की ‘भुज : द प्राइड ऑफ इंडिया’, जिसमें स्क्वाड्रन लीडर विजय कर्णिक (अजय देवगन)के 300 महिलाओं के साथ मिलकर भुज हवाई अड्डे का पुननिर्माण करने की कहानी केंद्र में है।
वास्तविक किरदार उतरेंगे परदे पर
जहां एक ओर वास्तविक घटनाओं पर फिल्में बन रही हैं, वहीं वास्तविक किरदारों को भी परदे पर उतारा जा रहा है। ऐसी फिल्मों में ‘83’ भी है जो भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहे कपिल देव के जीवन और 1983 के विश्वकप क्रिकेट जीतने की पृष्ठभूमि पर है। फिल्म में रणवीर सिंह कपिल देव की भूमिका कर रहे हैं। तमिलनाडु की छह बार मुख्यमंत्री रही जे जयललित के जीवन पर बनने वाली फिल्म ‘थलैवी’ में कंगना रनौत जयललिता की भूमिका में नजर आएंगी। मात्र 500 रुपए में कमाठीपुरा में वेश्या व्यवसाय के लिए बेच दी गई गंगूबाई अपने साथ बलात्कार के बाद मुंबई के माफिया डान करीम लाला से न्याय की गुहार लगाती है। गंगू को लाला न्याय दिलाने के साथ ही बहन बना लेता है।
गंगू बाई इलाके के वेश्या व्यवसाय का संचालन करने लगती है और इस दौरान माफिया से लेकर नामी गिरामी लोग उसके संपर्क में आते हैं। संजय लीला भंसाली निर्देशित ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ में आलिया भट्ट गंगू बाई का किरदार निभा रही हैं। बोनी कपूर की ‘मैदान’ में अजय देवगन कोफुटबॉल कोच सैय्यद अब्दुल रहीम के किरदार में देखा जा सकेगा।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सरदार उधम सिंह के जीवन पर बनने वाली ‘उधम सिंह’ में शीर्षक भूमिका विकी कौशल कर रहे हैं। चंद्रप्रकाश द्विवेदी निर्देशित ‘पृथ्वीराज चौहान’ में पृथ्वीराज बने हैं अक्षय कुमार। यह फिल्म इस साल दीपावली पर रिलीज करने की घोषणा की गई है। 2017 में मिस वर्ल्ड रही मानुषी छिल्लर फिल्म में संयोगिता की भूमिका निभा रही हैं। आदित्य चोपड़ा निर्मित इस फिल्म में सोनू सूद कवि चंदबरदाई बने हैं। वैज्ञानिक नाम्बी नारायण के जीवन पर अनंत महादेवन ‘रॉकेटरी : द नाम्बी इफेक्ट’ बना रहे हैं। वैज्ञानिक के साथ इंजीनियर रहे नाम्बी को एक झूठे मामले में फंसा दिया गया था। यह अंग्रेजी, तमिल और हिंदी में बन रही है। कुल मिलकार इस साल बॉलीवुड में वास्तविक जीवन की घटनाओं और किरदारों पर बनने वाली कई फिल्में हैं जिन्हें दर्शक आने वाले दिनों में देखेंगे।