हेमा मालिनी ने अपनी पहली हिंदी फिल्म ‘सपनों का सौदागर’ में राज कपूर के साथ काम करने के बारे में खुलकर बात की। हेमा मालिनी ने माना कि शुरुआत में वह ‘डरी हुई’ थीं और उन्हें रोमांटिक सीन में किसी के मार्गदर्शन की जरूरत थी।
हेमा मालिनी ने स्वीकार किया कि टीएनज में राज कपूर के साथ रोमांटिक सीन की शूटिंग करना ‘मुश्किल’ था, उन्होंने याद करते हुए बताया कि राजकपूर की उम्र 40 साल से भी ज्यादा थी। हेमा मालिनी ने हिंदी फिल्मों में अपने अभिनय करियर की शुरुआत राज कपूर के साथ फिल्म ‘सपनों का सौदागर’ से की थी। उस समय हेमा जहां टीनएजर थीं वहीं राज कपूर 40 साल से ज्यादा के थे। एक नए इंटरव्यू में, बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल ने स्वीकार किया कि ग्रेटेस्ट शोमैन के सामने कास्ट होना अजीब था, लेकिन वह इस पर सवाल उठाने की स्थिति में नहीं थी।
हेमा के करियर का मैनेजमेंट काफी हद तक उनकी मां ने किया था, उन्होंने एक इंटरव्यू में लेहरन रेट्रो को बताया था कि वह हेमा के माध्यम से उस प्रसिद्धि और सफलता का अनुभव करना चाहती थीं जो उन्होंने कभी नहीं देखी थी। एक्ट्रेस ने कहा कि वह एक रूढ़िवादी परिवार से आती हैं और उन्हें फिल्म में राज कपूर के साथ एक रोमांटिक सीन करना बहुत मुश्किल लगा।
हेमा मालिनी ने बताया कि वो उम्र के अंतर को देख पा रही थीं लेकिन वह जानती थीं कि उन्हें बहुत बड़ा ऑफर मिल रहा है, जिस पर उन्होंने फोकस किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने राज कपूर को केवल ‘एक एक्टर के रूप में’ देखा था और वह इस किरदार के लिए बिल्कुल उपयुक्त थे। हालाँकि, हेमा ने स्वीकार किया कि वह ‘शुरुआत में डरी हुई थीं’, और कबूल किया कि उनके साथ रोमांटिक सीन शूट करना बहुत कठिन था। निर्देशक, महेश कौल ने उनकी मदद की। हेमा ने कहा कि वह चीजों को आसान बनाने के लिए एक दृश्य के पीछे की भावनाओं को डांस के माध्यम से समझाने की कोशिश कर रहे थे।
उसी इंटरव्यू में, हेमा ने कहा कि उद्योग में हर कोई जानता था कि कुछ निश्चित सीमाएँ थीं। यहां तक कि राज कपूर ने सबसे पहले उन्हें सत्यम शिवम सुंदरम में एक भूमिका की पेशकश की थी, जानते थे कि वह ऐसा नहीं करेंगी। हेमा ने कहा कि जब राज कपूर ने उनसे इस भूमिका के लिए संपर्क किया तो वह खुद आशंकित थे और उनकी भावनाएं सही तब साबित हुईं जब हेमा की मां ने इस रोल के लिए मना कर दिया और कहा कि वह ऐसा कुछ बिल्कुल नहीं करेंगी।