Indira Gandhi Death Anniversary: आज देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि हैं। इंदिरा गांधी की सरकार के दौरान इमरजेंसी में कई बॉलीवुड फिल्मों पर बैन लगाया गया था। इसके अलावा बॉलीवुड के मशहूर सिंगर किशोर कुमार के गानों पर भी बैन लगा था। गुलजार की ‘आंधी’ और अमृत नाहटा की ‘किस्सा कुर्सी का’ जैसी फिल्मों को आपातकाल में बैन कर दिया गया था।
संजय गांधी पर लगा था ‘किस्सा कुर्सी का’ के प्रिंट जलाने का आरोप – भगवंत देशपांडे, विजय कश्मीरी और बाबा मंजगावकर की फिल्म ‘किस्सा कुर्सी का’ 1975 में रिलीज होनी थी। इस फिल्म के निर्देशक अमृत नाहटा थे जो तीन बार सांसद भी रहे। आपातकाल में प्री-सेंसरशिप की वजह से फिल्मों की पहले समीक्षा होती थी उसके बाद रिलीज होने की मंजूरी मिलती थी।
समीक्षा में इस फिल्म को आपत्तिजनक पाया गया और फिल्म निर्माताओं को नोटिस भेज दिया गया। इस नोटिस में 51 आपत्तियां दर्ज की गई थीं। इसके बाद यह फिल्म आपातकाल में रिलीज नहीं हो पाई। आपातकाल के बाद 1977 में मोरारजी देसाई के नेतृत्व में केंद्र में जनता पार्टी की सरकार आई। नई सरकार में संजय गांधी और पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री विद्याचरण शुक्ला पर फिल्म ‘किस्सा कुर्सी का’ के ऑरिजिनल प्रिंट जलाने का आरोप लगा।
आपातकाल के बाद बने शाह कमीशन ने इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी को इस मामले में दोषी भी पाया था। आपातकाल खत्म होने के बाद ‘किस्सा कुर्सी का’ फिल्म दोबारा बनाई गई। फिल्म रिलीज ना होने के कारण फिल्म मेकर्स ने हर्जाने की मांग भी की थी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
‘आंधी’ फिल्म पर भी लगा था बैन – ‘किस्सा कुर्सी का’ फिल्म के अलावा गुलजार की आंधी फिल्म को भी बैन किया गया था। फिल्म को इसलिए बैन कर दिया गया था क्योंकि सरकार को लगा था यह फिल्म इंदिरा गांधी के ऊपर बनी हुई है। हालांकि बाद में फिल्म से बैन हट गया था।
किशोर कुमार के गाने भी हुए थे बैन – इंदिरा गांधी ने आपातकाल में मशहूर गायक किशोर कुमार के गानों पर भी बैन लगा दिया गया था। दरअसल इमरजेंसी के दौरान किशोर को एक कार्यक्रम में गाना गाने के लिए कहा गया। वो इसके लिए तैयार नहीं हुए। उनके इनकार से सरकार नाराज हो गई और इसका नतीजा उन्हें भुगतना पड़ा। इसके बाद इंदिरा गांधी और संजय गांधी के करीबी मंत्री विद्याचरण शुक्ला ने ऑल इंडिया रेडियो पर किशोर कुमार के गाने बैन करवा दिए थे।