Indian Cinema First Longest Kiss Scene: आज के दौर में बॉलीवुड में किसिंग सीन बहुत आम है, लगभग हर फिल्म में किसिंग सीन और इंटीमेट सीन होते हैं, मगर 30-40 के दशक की फिल्मों में ऐसा नहीं होता था। मगर उसी दौर में एक एक्ट्रेस ने भारतीय सिनेमा में लंबा किस दिया जिसे भारतीय सिनेमा के इतिहास का सबसे लंबा किस माना जाता है। हम बात कर रहे हैं देविका रानी की जिन्हें भारत की पहली महिला सुपरस्टार भी कहा जाता है। देविका ने 10 सालों तक फिल्म इंडस्ट्री में राज किया था। देविका रानी सिर्फ बड़े पर्दे पर किसिंग सीन के लिए ही नहीं बल्कि पर्सनल लाइफ को लेकर भी चर्चा में रहती थीं।

देविका रानी का ऑनस्क्रीन किस

साल 1933 में आई फिल्म कर्मा के लिए देविका रानी ने किसिंग सीन दिया था। ये सीन देविका रानी और हिमांशु राय के बीच फिल्माया गया था। फिल्म में देविका रानी एक खूबसूरत राजकुमारी के रोल में थीं और हिमांशु राजकुमार के रोल में थे। राजकुमार को सांप काट लेता है वो बेहोश होता है और राजकुमारी उसे होश में लाने की कोशिश करती है और उसके होंठों को चूमती है, इसलिए ये कोई रोमांटिक सीन नहीं था। ये फिल्म भारत पाकिस्तान के पार्टिशन से पहले शूट हुई थी। कहा जाता है कि ये सीन 4 मिनट लंबा था, लेकिन ये सच नहीं था।

द लॉन्गेस्ट किस नाम से लिखी गई किताब

साल 2020 में राइटर किश्वर देसाई की एक किताब आई जिसका नाम था ‘द लांगेस्ट किसः द लाइफ़ एंड टाइम्स ऑफ़ देविका रानी’। इस किताब को भारतीय सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ पुस्तक के रूप में राष्ट्रपति द्वारा नेशनल फ़िल्म अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इस किताब की राइटर ने बताया, ‘यह फिल्म उस वक्त बनी जब देविका और हिमांशु की नई-नई शादी हुई थी, वे प्यार में थे और स्क्रीन पर ऐसा इमोशनल किस करना कोई बड़ी बात नहीं थी। इसके अलावा उस वक्त अंग्रेजों का शासन था और कई फिल्में पश्चिमी दर्शकों के लिए बनाई जाती थीं और उसमें किसिंग सीन हुआ करते थे।’ जहां इस किस को लेकर कहा जाता है कि ये 4 मिनट का था, वहीं राइटर देसाई के मुताबिक ये किसिंग सीन 2 मिनट से ज्यादा का नहीं था। फिल्म का अंत हो रहा होता है और हताश राजकुमारी, कोबरा के काटने से बेहोश हो गए राजकुमार को किस करती है।

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63 मिनट की इस फ़िल्म का निर्देशन ब्रिटिश फ़िल्ममेकर जे.एल. फ़्रीयर हंट ने किया था। राइटर ने बताया कि फिल्म में वास्तविक शाही महलों और एशियाई भव्यता को प्रदर्शित किया गया है। फिल्म में भारतीय शाही जीवनशैली, चीते के शिकार, कोबरा सांपों के मैथुन और सपेरों जैसे उन तत्वों की भरमार है, जो पश्चिमी दर्शकों के लिए विशेष रुचि का विषय रहे हैं।

फ्लॉप हो गई थी फिल्म

फिल्म में किसिंग सीन था और इसे लेकर देविका रानी की काफी आलोचना भी हुई थी, फिल्म को लेकर तो खूब विवाद हुआ मगर फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो गई।

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लंदन में हुई कर्मा की स्क्रीनिंग

देसाई अपनी किताब में लिखती हैं कि ‘कर्मा’ की स्क्रीनिंग लंदन के मार्बल आर्च थियेटर में बड़ी धूमधाम से हुई, जिसमें ब्रिटेन के कई प्रतिष्ठित घरानों के सदस्य शामिल हुए। अफ़वाह थी कि इसे देखने के लिए किंग जॉर्ज पंचम और महारानी मैरी भी आ सकते हैं। फ़िल्म को काफ़ी सराहना मिली, खासकर देविका रानी की सुंदरता और अदाकारी की। आलोचकों ने उनकी आकर्षक शख्सियत और भावपूर्ण अभिनय की तारीफ़ की। इस फ़िल्म से उन्हें ज़बरदस्त लोकप्रियता मिली और वे भारत की पहली अंतरराष्ट्रीय स्टार बन गईं, जिन्हें हॉलीवुड और यूरोप में भी सराहा गया। लेकिन उन्होंने मुंबई लौटकर हिमांशु राय के साथ मिलकर भारत का पहला पेशेवर स्टूडियो स्थापित किया और फ़िल्म निर्माण में जुट गईं।

‘अछूत कन्या’ जैसी फ़िल्मों से उनकी और अशोक कुमार की जोड़ी हिट रही। उनकी ख़ूबसूरती और प्रतिभा ने उन्हें भारतीय सिनेमा की पहली महिला के रूप में स्थापित किया, लेकिन इसी दौरान उनका रिश्ता हिमांशु राय से बिगड़ने लगा। अपनी किताब में देसाई बताती हैं कि हिमांशु राय के साथ काम के दबाव और निजी तनाव के कारण देविका रानी परेशान रहने लगीं। उन्हें पता चला कि राय की पहली शादी हो चुकी थी और उनकी एक बेटी भी थी, जिससे उनके रिश्ते में और कड़वाहट आ गई। शादीशुदा ज़िंदगी में उन्हें तकलीफ़ों का सामना करना पड़ा, यहां तक कि एक बार राय ने उन्हें इस कदर मारा कि वे ज़मीन पर गिर पड़ीं और घायल हो गईं। हिमांशु राय की मृत्यु के कुछ वर्षों बाद उनकी मुलाक़ात रूसी कलाकार स्वेतोस्लाव रोइरिख से हुई, जिनसे बाद में उन्होंने शादी कर ली।

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देविका रानी के बारे में

बॉलीवुड सिनेमा की पहली सुपरस्टार देविका रानी ने उस दौर में फिल्मों में काम करना शुरू किया जब लड़कियों को घर से बाहर निकलने की आजादी भी नहीं थी। 30 मार्च 1908 में आंध्रप्रदेश में देविका का जन्म हुआ था। उन्होंने एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने के लिए एक्टिंग कोर्स भी किया था। देविका ने लंदन के रॉयल एकेडमी ऑफ ड्रामेटिक आर्ट से एक्टिंग कोर्स किया और एक्टिंग के साथ देविका ने टेक्सटाइल डिजाइन, डेकोर और आर्किटेक्चर की पढ़ाई भी की। देविका को इंडियन सिनेमा की ड्रैगन लेडी भी कहा जाता था।

जब पति को छोड़कर को-एक्टर संग भाग गईं देविका रानी

देविका रानी पति हिमांशु की एक फिल्म में एक्टर नजमुल हुसैन के साथ लीड रोल में कास्ट हुईं। फिल्म की शूटिंग के दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गईं, बताया जाता है कि एक रात दोनों गायब हो गए और खोजबीन करने पर पता चला कि दोनों कोलकाता के एक होटल में हैं। इस घटना से हिमांशु और देविका के बीच दूरियां आ गईं। लेकिन कुछ शर्तों के बाद वो पति हिमांशु के पास लौट आईं, हिमांशु ने खुले दिन से उनका स्वागत किया। पति के निधन तक देविका उन्हीं के साथ रहीं। हिमांशु के बाद उनकी जिंदगी में रूसी चित्रकार स्वेतोस्लाप रोरिक आएं। दोनों ने शादी कर ली। किताब के मुताबिक दूसरी शादी के बाद देविका को वो जिंदगी और प्यार मिला जिसकी वो हकदार थीं। 9 मार्च 1994 को देविका रानी का निधन हो गया। देविका के निधन से एक साल पहले उनके पति का निधन भी हुआ था।

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