देश भर में पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमत से हाहाकार मचा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां इसे पिछली सरकारों की गलती बता रहे हैं वहीं कांग्रेस, सत्ताधारी पार्टी बीजेपी पर हमलावर है। कांग्रेस इसे लेकर कई राज्यों में बंद, विरोध प्रदर्शन का आयोजन कर बीजेपी को घेरने में लगी है। पिछली कांग्रेस की सरकारों में जब पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ते थे तो अमिताभ बच्चन समेत कई सेलिब्रिटीज़ के ट्वीट देखने को मिल जाते थे लेकिन अब ऐसा कुछ देखने को नहीं मिल रहा। इसी बात पर यूजर्स अक्सर अमिताभ समेत कई सेलेब्स पर इस मामले में चुप्पी साधने पर सवाल पूछते रहते हैं और उनके पुराने ट्वीट की याद दिलाते हैं।
इंडिया टीवी के वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा (Rajat Sharma) ने लोगों के इन्हीं सवालों के जवाब में एक ट्वीट कर तंज कसा है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘एक तरफ़ अमिताभ बच्चन और अक्षय कुमार को धमकाते हो कि पेट्रोल की बढ़ती क़ीमतों पर ट्वीट नहीं किया तो काम नहीं करने देंगे। दूसरी तरफ़ लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर की जांच कराते हो कि किसके दबाव में आकर ट्वीट किया। वाह भई वाह !’
आपको बता दें कि किसान आंदोलन के समर्थन में एक साथ कई सेलिब्रिटीज़, जिनमें मशहूर गायिका लता मंगेशकर और जाने माने क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर शामिल थे, के ट्वीट करने पर महाराष्ट्र सरकार ने उनके ट्वीट के जांच के आदेश दिए थे। उद्धव ठाकरे सरकार का आरोप था कि सेलेब्स ने दबाव में आकर ट्वीट किए।
एक तरफ़ अमिताभ बच्चन और अक्षय कुमार को धमकाते हो कि पेट्रोल की बढ़ती क़ीमतों पर ट्वीट नहीं किया तो काम नहीं करने देंगे. दूसरी तरफ़ लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर की जाँच कराते हो कि किसके दबाव में आकर ट्वीट किया. वाह भई वाह ! @SrBachchan @akshaykumar @mangeshkarlata @sachin_rt
— Rajat Sharma (@RajatSharmaLive) February 19, 2021
बहरहाल, रजत शर्मा के इस ट्वीट पर यूजर्स उनसे कई सवाल पूछ रहे हैं। राजकुमार नाम के एक यूज़र ने रजत शर्मा से सवाल किया, ‘अरे शर्मा जी अक्षय कुमार कनाडाई नागरिक है याद नहीं? और देश के आंतरिक मामलों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं है समझे। पनामा पेपर मामले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को जेल भेज दिया और अमिताभ जी के मामलों में सरकार ने कोई जांच क्यों नहीं की? सरकार से सवाल पूछने में क्यों शर्मा रहे?’
नीलेश मिश्रा नाम के यूज़र ने रजत शर्मा से पूछा, ‘जिन गरीबों, किसानों, मजदूरों की वजह से अक्षय, अमिताभ, सचिन स्टार बने उन्ही के हक़ में अगर एक ट्वीट नही कर सकते तो धिक्कार है। दूसरी तरफ सरकार के डर और पैसे की ललक मे नासमझी वाले ट्वीट पर ट्वीट करते जा रहे, कुछ शर्म बची है कि नहीं?’
शुभम पांडे लिखते हैं, ‘शर्मा जी ऐसा ही ट्वीट BJP प्रवक्ता ने किया, क्यों बदनाम कर रहे हो पत्रकारिता को? सरकार के तलवे चाटने का काम आप जैसे लोग कर रहे हैं, जिन्हें सरकार से सवाल करना चाहिए। आपने महंगाई, पेट्रोल, डीजल, शिक्षा, किसानों के समर्थन एक भी ट्वीट किया? आप इसे पत्रकारिता कहते हैं?’
राकेश शर्मा ने लिखा, ‘रजत शर्मा जी आप बतलाइए क्या आप को सरकार ने कभी न्यूज दिखाने के लिए धमकाया? नहीं न? गलती किया अगर सरकार ने आपको इस बात के लिए धमकाया होता तो आप ये फालतू ट्वीट करते ही नहीं। इस नकली लोकतंत्र, इस नकली आजादी भरे देश में सच्चे देशभक्त पत्रकार बनते। शर्म करो।’
कई यूजर्स दूसरे देशों और भारत में पेट्रोल की कीमत की तुलना करते हुए ट्वीट कर रहे हैं और रजत शर्मा से सवाल कर रहे हैं।