कृषि बिलों के विरोध में किसानों का आंदोलन लगातार तेज होता जा रहा है। दूसरी तरफ एक के बाद एक एनडीए के घटक दल भाजपा का साथ छोड़ते जा रहे हैं। शिरोमणि अकाली दल के बाद अब हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने भी एनडीए से अलग होने का ऐलान कर दिया। इसे लेकर टीवी पर खूब डिबेट हो रही हैं। कल आजतक पर चित्रा त्रिपाठी के डिबेट शो में भी कृषि आंदोलन और आरएलपी पर ही चर्चा थी।
एंकर चित्रा त्रिपाठी सुधांशु त्रिवेदी से बोलीं,’ हनुमान बेनीवाल बीजेपी का साथ छोड़कर अलग चले गए हैं।’ तो भाजपा के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा,’हनुमान बेनीवाल जी कितने भोलेपन से बात कर रहे थे। सांसद हैं भाई, हर बिल की कॉपी मिलती है। फाड़ने के लिए संसद के अंदर होना जरूरी नहीं है और फाड़ने का ऐलान 6 महीने बाद हो रहा है। तब जबकि उनके नागौर क्षेत्र में स्थानीय चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। उसके बाद उन्हें अंतर अनुभूति हो रही है कि अगर मैं अंदर होता तो फाड़ देता। ये तो भाई वो हैं, मोदी जी की फोटो लगाकर वोट मांगा था उन्होंने।’
सुधांशु त्रिवेदी को जवाब देते हुए कांग्रेस नेता रोहन गुप्ता बोले,’ अब जैसे हनुमान बेनीवाल जी ने विरोध किया तो उनको देशद्रोही की राह पर चला दिया सुधांशु जी ने। इतना विरोध में उनके विरोध में 10 सेंटेंस बोल दिए। अभी उनके एनडीए के पार्टनर रहे अभी छोड़ा है। उनके साथ रहे,राजस्थान में चुनाव में भी वो साथ रहे। आज जैसे ही विरोध किया वो विरोधी हो गए, दुश्मन हो गए। ये तरीका नहीं है , ये हमारे देश का फैब्रिक नहीं है चित्रा जी।
रोहन गुप्ता आगे बोले,’ विरोध जब होता है कोई भी चीज हो उन्होंने लॉ को थोप दिया। थोपने के बाद जब इतना बड़ा विरोध हुआ जहां पर 44 किसानों को शहीद होना पड़ा तो एक संवेदना होनी चाहिए। कहीं ना कहीं ऐसी चीजें हैं जो किसानों को नहीं आ रही हैं। उनको बुलाइए, बैठकर बात कीजिए।’ इसके बाद सुधांशु त्रिवेदी कहने लगे,’एक भी चीज का तर्कसंगत जवाब आप नहीं दे पाए, मैंने चार बातें पूछीं आपने एक नहीं बताई।’