डायरेक्टर अनुभव सिन्हा की वेब सीरीज ‘आईसी 814 द कंधार हाइजैक’ रिलीज के बाद से ही काफी चर्चा में है। वेब सीरीज को ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम किया गया है। इसमें विजय वर्मा, नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर, मनोज पाहवा और दीया मिर्जा जैसे कलाकारों ने अहम रोल प्ले किया है। वेब सीरीज में सभी के किरदारों ने स्क्रीन पर अलग ही छाप छोड़ी। वेब सीरीज में बीच-बीच में घटना के रियल विजुअल्स का भी इस्तेमाल किया गया है। ऐसे में चलिए आपको बताते हैं वेब शो के स्टार्स के कैरेक्टर्स और रियल नेम के बारे में…
पंकज कपूर (विदेश मंत्री जसवंत सिंह)
वेब सीरीज ‘आईसी 814 द कंधार हाइजैक’ में पंकज कपूर ने विदेश मंत्री विजयभान सिंह का रोल प्ले किया था। वो पूरी घटना पर नजर रखते हैं और डटे रहते हैं। वो लगातार इस मामले को सुलझाने में लगे रहते हैं। उनसे जो बन पड़ता है फिर चाहे वो कश्मीर के मुख्यमंत्री से बात करना हो या फिर हाई कमान से कोई मंजूरी लेनी हो। वो इस घटना के हर फैसले और पैसेंजर्स की जिम्मेदारी खुद लेते हैं। ऐसे में अगर उनके किरदार के रियल नाम की बात की जाए तो साल 1999 में विदेश मंत्री जयसवंत सिंह थे। पंकज कपूर ने वेब सीरीज में उनका ही रोल प्ले किया है।
विजय वर्मा (पायलट देवी शरण)
बात की जाए तो इस घटना के रियल हीरो की तो इस रोल को एक्टर विजय वर्मा ने प्ले किया है। वो हाइजैक हुए आईसी 814 फ्लाइट के पायलट बने हैं, जो अपनी सूझबूझ से पैसेंजर्स को बचाने की कोशिश करते हैं। उनकी चालाकी की वजह से ही कंधार से प्लेन उड़ान नहीं भर पाता है। ऐसे में इस रियल हीरो की बात की जाए तो उनका नाम पायलट देवी शरण है और वेब सीरीज में शरण के किरदार में ही विजय हैं। उन्होंने अपनी एक्टिंग से फैंस और दर्शकों का दिल जीत लिया।
नसीरुद्दीन शाह (NSA बृजेश मिश्रा)
‘आईसी 814 द कंधार हाइजैक’ के अहम किरदारों में से एक नसीरुद्दीन शाह का रोल भी रहा है। उन्होंने शो में नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (NSA) विनय कौल का रोल प्ले किया है। वो वेब सीरीज में पूरी घटना पर नजर रखते हैं। वो आईबी और रॉ से लगातार घटना को लेकर अपडेट लेते दिखे। इस घटना के पीछे किसका हाथ, आतंकियों की डिमांड क्या है? जैसे सवालों के जवाब को ढूंढते दिखे। टीम के साथ लगातार पैसेंजर्स की जान बचाने में लगे दिखे। ऐस में शो में दिखाया गया विनय कौल का रोल रियल में NSA बृजेश मिश्रा का रहा है। वो मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री द्वारका प्रसाद के बेटे थे। बृजेश मिश्रा 1999 के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार में भारत के पहले NSA बनाए गए थे। साल 2012 में उनका निधन हो गया था।
कुमुद मिश्रा (सी डी सहाय)
अगर आपने वेब सीरीज ‘आईसी 814 द कंधार हाइजैक’ देखी हो तो इसमें एक्टर कुमुद मिश्रा ने रॉ के टॉप ऑफिसर रंजन मिश्रा का रोल प्ले किया है। उन्होंने शो में निगोसिएशन टीम के प्रमुख का भी रोल अदा किया है, जो टीम के साथ जाकर कंधार पैसेंजर्स को आतंकियों की मांगों को पूरा करके छुड़ाकर लेकर आते हैं। रियल में रंजन मिश्रा के रोल रॉ अफसर सी डी सहाय से कनेक्ट किया जा रहा है। इस घटना के दौरान सी डी सहाय को निगोसिएशन टीम लीड करने का भार सौंपा गया था।
रामचंद्र यादव (रॉ एजेंट आर के यादव)
एक्टर अनुप त्रिपाठी ने वेब सीरीज ‘आईसी 814’ में रॉ एजेंट रामचंद्र यादव का रोल प्ले कर रहे हैं, जो शो काठमांडू से सबसे पहले पाकिस्तान की कुछ हैपनिंग्स के बारे में इंडिया जानकारी देते हैं। लेकिन, उनके मेल को इग्नोर कर दिया गया था। फ्लाइट में एक्सप्लोजन आरडीएक्स के होने का भी खुलासा किया था। ऐसे में अगर बुक ‘फ्लाइट इनटू फीयर’ की मानें तो पूर्व रॉ ऑफिसर आर के यादव ने उस समय इस जानकारी को दिया था। शो में रामचंद्र यादव का रोल आरके यादव से इंस्पायर है।
मुकुल मोहन (अजित डोवेल)
वेब सीरीज ‘आईसी 814 द कंधार हाईजैक’ में मनोज पहवा ने अहम रोल प्ले किया था। वो भी 1999 में घटी इस घटना में निगोसिएशन टीम में अहम थे। मनोज ने वेब सीरीज में मुकुल मोहन का किरदार निभाया है। शो में आपने देखा होगा कि वो आतंकियों से बात करते हैं। अगर इस कैरेक्टर के रियल नेम की बात की जाए तो ये अजित डोवेल हैं। अजित इंटेलिजेंस ग्रुप के अहम सदस्यों में से एक रहे हैं।
क्या रियल है नंदिनी और शालिनी का रोल?
इसके साथ ही अगर वेब शो ‘आईसी 814 द कंधार हाईजैक’ के अहम कैरेक्टर नंदिनी और शालिनी की बात की जाए, जिसने एक जिम्मेदार जर्नलिस्ट का रोल प्ले किया है। दीया मिर्जा न्यूज एडिटर शालिनी का रोल प्ले किया है। इसमें दिखाया गया है कि कैसे एक रिपोर्टर इस घटना को कितनी प्राथमिकता देती हैं और दर्शकों को इसकी जानकारी देती हैं। वहीं, शालिनी अग्रेसन को छोड़कर देश के हित के लिए सोचती हैं। क्या दिखाना चाहिए लोगों को और क्या नहीं? इसमें मीडिया के एथिक्स, जिम्मेदारी और सेंसरशिप को बखूबी दिखाया गया है। अगर रियल में इनके कैरेक्टर की बात की जाए तो ये मेकर्स के द्वारा फिक्शन पर आधारित है। साल 1999 में कई मीडिया चैनल्स रहे थे, जिन्होंने हाईजैक की खबर को प्राथमिकता से दिखाया था।