भारत बायोटेक की वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ को देश के ड्रग रेगुलेटर ने आपातकालीन स्थिति में इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इसी के साथ ही सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा तैयार की गई ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन कोविशील्ड को भी आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है। लेकिन भारत बायोटेक की वैक्सीन को लेकर विशेषज्ञों से लेकर कई लोग शंकित है और सवाल उठा रहे हैं। विशेषज्ञों की माने तो, इस वैक्सीन का तीसरा ट्रॉयल अभी पूरा नहीं हुआ था बावजूद इसके कोवैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी गई। कई विपक्षी नेता भी इस पर सवाल उठा चुके हैं।

इसी बात को लेकर बॉलीवुड एक्टर कमाल रशीद खान (KRK) ने एक ट्वीट किया और कहा कि वो इस वैक्सीन के बजाए बाबा रामदेव की वैक्सीन (कोरोनिल दवाई) लेना पसंद करेंगे क्योंकि वो सस्ती है और दोनों ही वैक्सीन एक जैसी हैं। आपको बता दें कि जब कोरोना का संक्रमण भारत में अपने चरम पर था तब बाबा रामदेव की पतंजलि ने कोरोनिल नामक दवा निकाली थी। शुरू में उन्होंने ये कहा था कि ये कोरोनावायरस की दवा है लेकिन जब जांच- पड़ताल हुई तो बाबा रामदेव ने कहा कि उन्होंने बस ये कहा था कि उनकी दवा कोरोना के खिलाफ इम्युनिटी बूस्टर है।

इसी बात को लेकर कमाल खान ने ट्विटर पर लिख, ‘मैंने अदार पूनावाला की वैक्सीन, जिसकी कीमत मुझे 1000 पड़ेगी, के बजाए बाबा रामदेव की कोरोना वैक्सीन लेने का फैसला किया है जिसकी कीमत बस 22 रुपए है। ये इसलिए क्योंकि ये दोनों ही वैक्सीन्स एक जैसी हैं।’ आपको बता दें कि अदार पूनावाला सीरम इंस्टीट्यूट के CEO हैं।

 

उनके इस ट्वीट पर यूजर्स भी जमकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं और कुछ लोग उन्हें ट्रोल भी कर रहे हैं। मनु सिंह ने लिखा, ‘वो लोग जिन्होंने अपने स्कूल में शायद विज्ञान को अच्छे से पढ़ा भी न हो, आज वो वैक्सीन की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहे हैं।’ शौविक मजूमदार ने कमाल खान पर तंज कसते हुए लिखा, ‘वैक्सीन सिर्फ उन्हीं मनुष्यों पर असर करेगा जिनके पास दिमाग है, इस हिसाब से आप वैक्सीन लेने के लिए योग्य नहीं हैं।’

कमाल खान ने बाबा रामदेव की दवाई को वैक्सीन लिख दिया है इस बात पर भी लोग उनकी खूब खिल्ली उड़ा रहे हैं। शेरी तर्पण नाम के यूज़र ने लिखा, ‘पहले तो वैक्सीन और दवाई का अंतर बता दो फिर बाबा रामदेव और पूनावाला पर ज्ञान देना।’ एक और यूजर ने लिखा, ‘पहले मुझे ये बताओ कि बाबा रामदेव ने कोरोना की वैक्सीन कब निकाली।’