अनिल कपूर ने फिल्मी पर्दे पर एक प्रेमी से लेकर पिता तक का किरदार निभाया है और चरित्र भूमिकाओं में भी उन्होंने वाहवाही बटोरी है। इतनी आसानी से इतनी भिन्न तरह की भूमिकाओं में ढलने वाले बॉलीवुड अभिनेता कम ही देखने को मिलते हैं।

लगभग चार दशकों के फिल्मी करियर को पूरा करने वाले कपूर का कहना है कि फिल्म जगत में लगातार उनके बने रहने की एक वजह यह है कि उन्होंने हर बार समय रहते यह भांप लिया कि वह उम्र को धता बताकर फिल्मी पर्दे पर किरदार अदा नहीं कर सकते।

यहां भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह (इफ्फी) से इतर कहा, ‘‘आप भ्रम में नहीं रह सकते। मुझे वही किरदार करने पड़े जो मुझ पर जंचे। यहां ऐसे कई अभिनेता हैं जिन्हें अपने बारे में भ्रम है। उनके लिए मुझे बुरा लगता है। वे अपनी उम्र को खींचने का प्रयास करते हैं और दर्शक उनसे ऊब जाते हैं। आपको हमेशा वैसे बदलना चाहिए, जैसे कि आप हैं और फिर दर्शक आपसे उबेंगे नहीं।’’

उन्होंने कहा कि यही एक वजह है कि उनका फिल्मी सफर इतना लंबा रहा है।