पंकज त्रिपाठी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा है कि वे इस सौभाग्य को पाकर खुश हैं। पंकज त्रिपाठी ने पोस्ट में लिखा है कि, भारत जमीन का टुकड़ा नहीं, जीता जगत राष्ट्र पुरुष है। महान नेता वाजपेयी की भूमिका मुझे बड़े परदे पर साकार करने का अवसर मिल रहा है, इसे मैं अपना सौभाग्य मानता हूं।

फिल्म का नाम मैं रहूं या ना रहूं, ये देश रहना चाहिए-अटल है। यह फिल्म वाजपेयी द्वारा लिखी गई किताब पर आधारित है। फिल्म का निर्माण संदीप सिंह और विनोद भानुशाली कर रहे हैं।

दृश्यम-2 की ‘ऊंची उड़ान’

बाॅक्‍स आफिस पर ऊंची उड़ान भर रही है दृश्यम2। अजय देवगन की दृश्यम2 ने प्रदर्शन के पहले ही दिन से ही कमाई शुरू कर दी थी। अब लगता है यह फिल्म जल्द ही 100 करोड़ के क्लब में शामिल जाएगी। अभिषेक पाठक के निर्देशन में बनी यह फिल्म पहले दिन ही कार्तिक आर्यन की भूल भुलैया2 को पीछे छोड़ने में कामयाब रही थी। इस फिल्म ने 15.38 करोड़ की कमाई से शुरुआत की थी।

इसके बाद शनिवार को कमाई के आंकड़े में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। दूसरे दिन फिल्म ने 21.59 करोड़ रुपए का संग्रह किया। रविवार को फिल्म को छुट्टी का फायदा मिला जिससे दृश्यम 2 का संग्रह 27.17 करोड़ पहुंच गया। फिल्म ने सोमवार को यानी चौथे दिन 11.87 करोड़ की कमाई की। इसके बाद पांचवें दिन फिल्म ने 10.48 करोड़ का कारोबार किया। बुधवार को फिल्म ने 10 करोड़ का कारोबार किया है। इसी के साथ फिल्म की कुल कमाई अब 96.49 करोड़ हो गई है।

बता दें कि दृश्यम 2 मलयालम भाषा में इसी नाम से बनी फिल्म का हिंदी रीमेक है। मूल फिल्म में मोहनलाल ने मुख्य किरदार निभाया था। दक्षिण भारत में यह फिल्म सुपरहिट हुई थी। इस फिल्म में अजय के अलावा अक्षय खन्ना, तब्बू, श्रिया सरन और इशिता दत्त ने भी अहम भूमिका निभाई है।

यह फिल्म देवगन की 2015 की क्राइम थ्रिलर दृश्यम की सीक्वल है, जो इसी नाम की मोहनलाल-स्टारर मलयालम फिल्म की हिंदी रीमेक थी। फरवरी 2021 में रिलीजÞ हुई मलयालम फिल्म का सीक्वल।इसे भूषण कुमार, कुमार मंगत पाठक, अभिषेक पाठक और कृष्ण कुमार ने बनाया है। फिल्म को वायकाम 18 स्टूडियो, टी-सीरीज और पैनोरमा स्टूडियो द्वारा प्रस्तुत किया गया है।

अब बच्चे नहीं डरते

मुकेश ऋषि ने खुलासा किया कि पर्दे पर निभाई गई खलनायक की छवि के चलते बच्चे उनसे डरने लगे थे। उन्हें लगता है कि लोग बदलते समय के साथ समझदार हो गए हैं और उनके काम को बेहतर तरीके से समझने लगे हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे अब मुझसे डरते नहीं हैं। पहले कोई सामाजिक मंच नहीं था, केवल थिएटर थे, प्रशंसकों के पास सितारों तक पहुंचने की का कोई जरिया ही नहीं था, लेकिन अब चीजें बदल गई हैं।