Rocky Jaiswal On Operation Sindoor: एक्ट्रेस हिना खान के ब्वॉयफ्रेंड रॉकी जायसवाल ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अब एक लंबा-चौड़ा नोट सोशल मीडिया पर शेयर किया है। इसमें उन्होंने ना सिर्फ देश को लेकर, बल्कि कई पर्सनल चीजों को लेकर भी बात की है। रॉकी ने साथ ही यह भी बताया है कि कैसे यूजर्स उनके डीएम में जाकर उन्हें अपशब्द कहते हैं। यहां तक कि उनकी पार्टनर को भी गाली-गलौज करते हैं। चलिए आपको बताते हैं रॉकी ने क्या-क्या कहा है।
भारत को खत्म करने की कसम खा रखी है: रॉकी
रॉकी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लगभग 10 स्लाइड का एक नोट शेयर किया। इसमें उन्होंने लिखा, “ऑपरेशन सिंदूर, किसी भी कनफ्लिक्ट में मारे गए लोगों की निर्दोषता की वर्णनात्मक परिभाषा धार्मिक प्राथमिकताओं के आधार पर निर्धारित नहीं की जा सकती। किसी भी संघर्ष में, एक पक्ष दूसरे पक्ष को दुश्मन मानता है। एक पक्ष हमेशा हमलावर होता है और दूसरा पक्ष हमेशा जवाब देने वाला होता है। दो लोग एक ही समय में एक-दूसरे को थप्पड़ नहीं मारते, चाहे उनके बीच कितना भी मतभेद क्यों न हो। इस मामले में कारण विचारधारा है, धर्म के नाम पर जन्मा राष्ट्र और असुरक्षा है। अपनी स्थापना के बाद से ही इसने अपनी पिछली और मूल पहचान, भारत को खत्म करने की कसम खा रखी है।”
मासूम लोगों को खोना दिल दहला देने वाला
इसके आगे रॉकी ने लिखा, “ऑपरेशन सिंदूर के बाद एक बच्चे की मासूमियत पर सवाल नहीं है, उसकी हार पर सवाल नहीं है। दोनों तरफ से मासूम लोगों को खोना वाकई दिल दहला देने वाला है। अगर यह किसी बच्चे की मौत हो तो यह और भी दर्दनाक है। जब एक पक्ष हमला करता है और दूसरा पक्ष जवाब देता है। मेरी समझ से, दोनों तरफ से हत्या का दोष हमलावर पर है, रक्षक पर नहीं। अगर यह सीमा पार एक बच्चे की मौत पर विचार करने के बारे में है, क्योंकि वह निर्दोष था। पुंछ के बच्चे, सीमा के इस तरफ क्यों नहीं? पुंछ और भारत के अन्य सीमावर्ती इलाकों में मारे गए अन्य नागरिकों पर क्यों नहीं? मुझे सिर्फ वहीं रेखा क्यों खींचनी चाहिए? रियासी के बच्चों और परिवारों पर क्यों नहीं? साल दर साल अमरनाथ यात्रा में शामिल लोग।”
पहलगाम हमले पर रॉकी ने कही ये बात
इसके आगे पोस्ट में रॉकी ने पहलगाम हमले का जिक्र किया। हिना के ब्वॉयफ्रेंड ने लिखा, “पहलगाम में अपने धर्म के लिए मारे गए लोग? मैं वहां भी सीमा क्यों खींचूं, उरी या पुलवामा हमलों के बारे में बात क्यों नहीं करूं? हमें कारगिल के दौरान खोए गए भारतीय जीवन पर विचार क्यों नहीं करना चाहिए? सिविलियन सेंटर पर हमला करने के बाद आपका क्या इरादा था? हमें हिंदू पलायन पर विचार क्यों नहीं करना चाहिए? सीमा पार आतंकवाद और कश्मीर उग्रवाद को क्यों भूल जाना चाहिए? हमें ताज या भारतीय संसद हमलों पर विचार क्यों नहीं करना चाहिए? विभाजन पर ही विचार क्यों नहीं करना चाहिए? वह समय जब हजारों निर्दोष लोगों की जान चली गई थी।
पाकिस्तान को लेकर आगे कही ये बात
इसके आगे रॉकी ने बिना पाकिस्तान का नाम लिए कहा कि सभी चीजें एक ही कारण से हुई। नफरत, अमानवीयकरण और विस्तारवाद की एक ही विचारधारा। वही सेना जो लालच से प्रेरित है और जिहाद में डूबी हुई है। वही देश, जो धार्मिक असुरक्षा के नाम पर बना था। वही देश जिसने कभी निर्वाचित सरकार का कार्यकाल पूरा नहीं देखा। वही देश जहां कभी कोई चुनाव निष्पक्ष नहीं हुआ। जहां कोई भी प्रधानमंत्री जेल या गोली से बच नहीं सका। वही देश जो भारत को खत्म करने की कसम खाता है। वही देश जो हमेशा झूठी जीत का दावा करता है और अपनी असफलताओं या किसी भी चीज की जिम्मेदारी लेने में विफल रहता है।”
रॉकी ने आगे कहा कि विभाजन से पहले हो या विभाजन के बाद हर समय बस आप पीड़ित थे। आपके देश में लोकतंत्र नहीं है, तब भी आप पीड़ित थे। सेना ने तख्तापलट के जरिए सरकार पर कब्ज़ा कर लिया- आप पीड़ित थे। वित्तीय संकट आया- आप पीड़ित हैं। तालिबान- आप पीड़ित थे। ओसामा- आप पीड़ित थे। आप हमारे नागरिकों को निशाना बनाते हैं- आप पीड़ित हैं। आप हमेशा पीड़ित कैसे हो सकते हैं?
हिना को किया सपोर्ट
लास्ट में रॉकी ने लिखा, “मुझे कई डीएम मिले, जिनमें मुझे अनफॉलो करने की धमकी दी गई। कई अन्य लोगों ने अभद्र भाषा और गाली-गलौज की। कई लोगों ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद नफरत भरी टिप्पणियां कीं। कई लोग मेरी पार्टनर (हिना) को उसके देश का समर्थन करने के लिए गाली दे रहे हैं, खासकर जब वह सही है। कई लोग उसकी बीमारी को नीचा दिखा रहे हैं। प्रिय पड़ोसियों, मैं जानता हूं कि हमारी तरह आप में से कई लोग युद्ध नहीं चाहते हैं। भारत में हम एक बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना पसंद करते हैं, न कि आतंकी शिविर।
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