राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में ऑस्कर विजेता “द एलिफेंट व्हिस्परर्स” के नायक बोम्मन और बेली को सम्मानित किया है। इसके साथ ही राष्ट्रपति ने अनाथ हाथियों की देखभाल में अपना जीवन समर्पित करने के लिए कट्टुनायकन जनजाति के दंपति की प्रशंसा की है। “द एलिफेंट व्हिस्परर्स” 95वें अकादमी पुरस्कारों में डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट सब्जेक्ट कैटेगरी में जीतने वाली पहली भारतीय फिल्म है।
राष्ट्रपति के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर राष्ट्रपति भवन में नायक बोम्मन और बेली को सम्मानित करते हुए तस्वीरें शेयर की गई हैं। राष्ट्रपति ने न केवल उन्हें सम्मानित किया, उनके साथ बैठकर बातें भी कीं। इसकी तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
कार्तिकी गोंसाल्वेस और गुनीत मोंगा की नेटफ्लिक्स डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट ‘द एलीफेंट व्हिस्परर्स’ ने 95वें अकादमी पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट श्रेणी के लिए ऑस्कर जीत सबको गर्व महसूस कराया है। फिल्म का मुकाबला ‘हॉलआउट’, ‘हाउ डू यू मेजर ए ईयर’?, ‘द मार्था मिशेल इफेक्ट’ और ‘स्ट्रेंजर एट द गेट’ से था। निर्देशक गोंजाल्विस ने यह पुरस्कार भारत को समर्पित किया था। यह फिल्म निर्माता गोंसाल्वेस के निर्देशन में बनी पहली फिल्म थी।
फिल्म को अचिन जैन और गुनीत मोंगा ने प्रोड्यूस किया है। 41 मिनट की यह शॉर्ट फिल्म तमिलनाडु के मुदुमलाई टाइगर रिजर्व के उस परिवार की कहानी है, जिसने दो अनाथ हाथी के बच्चों को गोद लिया था।
फिल्म के डायरेक्टर गोंसाल्वेस ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ से बात करते हुए इस शॉर्ट फिल्म को लेकर बात की थी। उन्होंने बताया था कि उन्होंने पांच साल तक इस कहानी को फॉलो किया। उनके पास 450 घंटे की फुटेज थी। वह हाथियों को खेलते हुए देखते थे। बेली अम्मू के साथ बात करते थे और वह उन्हें हाथियों के प्यारे पल दिखाती थीं।