हेमा मालिनी ने हिंदी सिनेमा में राज कपूर के साथ फिल्म, ‘सपनो के सौदागर’ से डेब्यू किया और सबकी ड्रीम गर्ल बन गईं। इस फ़िल्म के दौरान हेमा मालिनी को ‘राज कपूर की ड्रीम गर्ल’ के रूप में प्रमोट किया गया था। हेमा मालिनी की जीवनी, ‘हेमा मालिनी: बियॉन्ड द ड्रीम गर्ल’ में राम कमल मुख़र्जी ने एक घटना का ज़िक्र किया है जिसके बाद हेमा मालिनी का नाम ड्रीम गर्ल पड़ गया। किताब में बताया गया कि हेमा मालिनी ने राज कपूर के साथ जो पहली फिल्म की, उसी दौरान उनका नाम ड्रीम गर्ल पड़ा।
दरअसल हेमा मालिनी सीवी श्रीधर की तमिल फिल्म से अपना डेब्यू करने वाली थीं लेकिन किन्हीं वजहों से बात नहीं बनी। उन्हीं दिनों वी अनंतस्वामी शोमैन राज कपूर को लेकर एक फिल्म बना रहे थे। जब उन्होंने हेमा मालिनी को देखा तो वो उन्हें राज कपूर के अपोजिट जंच गईं। हेमा मालिनी ने अपनी कास्टिंग को लेकर कहा था, ‘वो लोग एक साउथ इंडियन लड़की को कास्ट करना चाहते थे जो नाचती अच्छा हो साथ ही वैजंतीमाला के स्टेटस को मैच करती हो।’
हेमा मालिनी ने जब राज कपूर के साथ फिल्म को हां कहा तब उनकी उम्र महज 16 साल की थी। वो साउथ इंडिया से थीं इसलिए उनका हिंदी लहजा ठीक करने में काफी दिक्कतें आईं। उनके पहनावे से लेकर एक्सेंट तक, सब कुछ ग्रूम किया गया। हेमा मालिनी को ऑल इंडिया रेडियो के मशहूर एंकर लक्ष्मी शर्मा ने वॉइस ट्रेनिंग दी।
निर्माता अनंतस्वामी हेमा मालिनी के लिए एक गॉड फादर साबित हुए और उन्होंने ही अभिनेत्री को ड्रीम गर्ल नाम दिया। जब फिल्म का पोस्टर डिजाईन किया जा रहा था तब अनंतस्वामी ने ही ये आईडिया दिया कि हेमा मालिनी को ‘राज कपूर की ड्रीम गर्ल’ के रूप में लॉन्च किया जाए।
हेमा मालिनी ने अपनी जीवनी में बताया है, ‘जब फिल्म रिलीज़ हुई तब लोगों और प्रेस ने मुझे ड्रीम गर्ल कहना शुरू किया। मैंने देखा कि कैसे इस नाम ने लोगों को अपनी ओर खींचा। लोग मुझसे अक्सर पूछते हैं कि क्या ड्रीम गर्ल बनने के लिए मैंने कुछ खास किया? लेकिन मैंने कुछ नहीं किया था सच में। यह टैग मुझे सरप्राइज के रूप में मिला। हां मैंने एक काम ऐसा किया… मैंने ऐसे रोल और फ़िल्में कभी नहीं कि जो मेरे फैंस और फैमिली को निराश करें।’
हेमा मालिनी ने अपनी जीवनी में बताया है कि अब अगर उन्हें कोई ड्रीम गर्ल कहता है तो शर्म आती है। उन्होंने कहा है, ‘लेकिन अब अगर कोई मुझे ड्रीम गर्ल कहता है तो शर्म आती है। मैं अब कोई लड़की थोड़े न रही।’