भारत में पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध लगाने से जुड़े विवाद को लेकर एक्ट्रेस और सांसद हेमा मालिनी ने बुधवार को अपना रूख साफ करते हुए कहा कि वह बॉलीवुड में उनकी मौजूदगी का समर्थन नहीं करती हैं। मथुरा से भाजपा सांसद ने कहा कि वह हमेशा देश के लिए लड़ने वाले सैनिकों के साथ खड़ी रहेंगी। हेमा मालिनी ने लिखा है, ‘‘मैं कहना चाहूंगी कि मैं सौ प्रतिशत अपने देश के लिए लड़ने वाले और जान देने वाले अपने जवानों के साथ हूं और यहां काम करने वाले पाकिस्तानी कलाकारों का समर्थन नहीं करती हूं।’’भारत की रक्षा सेवा कोशिशों की तारीफ करते हुए 67 साल की एक्ट्रेस ने कहा कि लोगों को सर्जिकल हमले के सबूत के लिए नहीं कहना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सेना ने लक्षित हमला कर बेहतरीन काम किया है और पूरे देश को उनका समर्थन करना चाहिए । हमले के सबूत के लिए क्यों कहा जा रहा है ?’’

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हालांकि , मालिनी ने मंगलवार को इसी मुद्दे पर सावधानी पूर्वक प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, ‘‘कलाकार होने के नाते मैं उनके काम की सराहना करती हूं लेकिन मैं इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहती कि उन्हें यहां रहना चाहिए या देश छोड़कर चले जाना चाहिए।’’

 

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बता दें कि मनसे और पाकिस्तानी कलाकारों के बीच जारी विवाद पिछले कुछ समय से मुद्दा बना हुआ है। उरी हमने में भारतीय सेना के 18 जवान शहीद हो गए थे। इसी के बाद मनसे की मांग है कि पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन लगा देना चाहिए और उन्हें अपने देश वापस लौट जाना चाहिए। इसके लिए मनसे पहले ही कलाकारों को अल्टीमेटम दे चुकी है। इसके अलावा राज ठाकरे ने पाकिस्तानी कलाकारों वाली फिल्मों को रिलीज ना होने देने की धमकी भी दी है। इसी वजह से गुड़गांव में होने वाले आतिफ असलम के कॉन्सर्ट को कैंसिल जबकि राहत फतेह अली खान को फिल्म से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। इम्पा ने भी दोनों देशों के बीच रिश्ते सामान्य होने तक पाक कलाकारों के काम करने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। वहीं इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारतीय फिल्मों के प्रदर्शन पर रोक लगाई हुई है।

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