बॉलीवुड के मशहूर एक्टर संजीव कुमार ने अपनी फिल्मों और अपने अंदाज से हिंदी सिनेमा में जबरदस्त पहचान बनाई है। संजीव कुमार ने अपनी कई फिल्मों में हेमा मालिनी के साथ भी काम किया था, जिसमें ‘सीता और गीता’, ‘हवा के साथ-साथ’ और ‘शोले’ शामिल है। साथ काम करते-करते संजीव कुमार एक्ट्रेस हेमा मालिनी को दिल भी दे बैठे थे। इतना ही नहीं, वह अपनी मां के साथ एक्ट्रेस के घर उनका हाथ मांगने भी गए थे। लेकिन इन सबके बाद भी हेमा मालिनी और संजीव कुमार शादी के बंधन में नहीं बंध पाए थे।

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संजीव कुमार की हाल ही में रिलीज हुई बायोग्राफी के मुताबिक एक्टर की मां को भी हेमा मालिनी काफी पसंद थीं। लेकिन उनका परिवार नहीं चाहता था कि शादी के बाद वह बॉलीवुड में काम करें। वहीं हेमा मालिनी की मां जया चक्रवर्ती को भी यह आइडिया बिल्कुल भी पसंद नहीं आया था। वहीं हेमा मालिनी ने 1991 में भावना सोमाया को दिए इंटरव्यू में बताया था कि संजीव कुमार को त्याग वाली पत्नी चाहिए थी।

हेमा मालिनी ने संजीव कुमार के बारे में बात करते हुए कहा था, “उन्हें त्याग वाली पत्नी चाहिए थी, जो कि नहीं हो सकता था। उन्हें ऐसी पत्नी चाहिए थी जो उनकी बूढ़ी मां की देखभाल करे, उनका समर्थन करे, जबकि वह खुद अपनी परफॉर्मेंस से दर्शकों का दिल जीतते थे। लेकिन उन्हें जज करने से पहले हमें उस दौर के बारे में सोचना चाहिए, जहां शोबिज चुनने वाली महिला को हमेशा ही गलत समझा जाता था।”

हेमा मालिनी ने संजीव कुमार से शादी न करने की वजह जाहिर करते हुए आगे कहा था, “एक ‘अच्छी महिला’ और ‘अच्छी पत्नी’ हमेशा उसी को कहा जाता था जो खुद और खुद के करियर से पहले परिवार को चुने, पति की मदद करे, सास के बालों में तेल लगाए, बेटियों को अच्छे संस्कार दे और बेटे को होमवर्क करने में मदद करे। लेकिन अब वक्त बदल गया है।”

हेमा मालिनी ने इंटरव्यू में इस सिलसिले में आगे कहा, “महिलाएं इस तरह के बोझ से स्वतंत्र हैं। सच तो यह है कि ‘आदर्श महिला’ या फिर ‘आदर्श पुरुष’ एक मिथक हैं और शायद यही वजह है कि संजीव कुमार कभी भी अपना घर नहीं बसा पाए। उनके अंदर मौजूद परफेक्शनिस्ट हमेशा आदर्श महिला की तलाश में ही था।”