बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस ईशा देओल ने अपनी फिल्मों और अपने अंदाज से हिंदी सिनेमा में जबरदस्त पहचान बनाई है। ईशा देओल ने फिल्म ‘कोई मेरे दिल से पूछे’ से डेब्यू किया था। करियर बनाने के बाद ईशा देओल ने बिजनेसमैन भरत तख्तानी से शादी की थी। उनकी दो बेटियां भी हैं, जिनका नाम राध्या और मिराया है। अपने एक इंटरव्यू में ईशा देओल ने बताया था कि उनकी बेटियां हर चीज को लेकर उनसे भी ज्यादा सावधान रहती हैं। एक बार तो उन्होंने अपनी नानी हेमा मालिनी से ही कोरोना वायरस रिपोर्ट दिखाने के लिए कह दिया था।
ईशा देओल ने इस बारे में बात करते हुए कहा था, “मेरा पूरी तरह से टीकाकरण हो चुका है और मैं बहुत सावधानी बरतने वाली इंसान हूं, चाहे वह घर पर हो या बाहर। मैं हमेशा ध्यान रखती हूं कि मैं कोरोना के सारे दिशा-निर्देशों को मानूं। मैं एक ऐसी इंसान हूं, जो चीजों को हद से ज्यादा कर जाती है, जिससे कई बार तो मेरे परिवार वाले परेशान भी हो जाते हैं।”
ईशा देओल ने इस बारे में बात करते हुए आगे कहा, “किसी को भी बाहर से आने के बाद सेनिटाइज होना चाहिए और तुरंत नहाना चाहिए। लेकिन मेरी बेटियां मुझसे भी ज्यादा सावधान रहती हैं। खैर यह सब मेरी ही दी हुई ट्रेनिंग है। एक बार जब मां (हेमा मालिनी) सफर करके लौटीं तो बेटियों ने तुरंत कहा, ‘नानी, अपना मास्क पहनिए।”
ईशा देओल ने बेटी और हेमा मालिनी के बारे में बात करते हुए आगे कहा, “मेरी बेटी ने मां से आगे सवाल किया कि नानी क्या आपने टेस्ट कराया, आपकी रिपोर्ट कहां है? मेरी मां बिल्कुल हैरान रह गई थीं। हालांकि वह सब समझ रही थीं, क्योंकि वह कोरोना वायरस का माहौल था और वे ज्यादा बाहर नहीं जा सकते थे।”
ईशा देओल ने इंटरव्यू में बताया था कि कोरोना वायरस जैसे वक्त में वह अपनी बेटियों को व्यस्त रखती थीं, जिससे उन्हें बाहर जाने का मौका नहीं मिले। इससे इतर बता दें कि हेमा मालिनी कोरोना वायरस महामारी के दौरान अपने एक ट्वीट को लेकर काफी चर्चा में आ गई थीं। दरअसल, उन्होंने वीडियो शेयर कर लोगों से घर पर हवन करने के लिए कहा था।
हेमा मालिनी ने वीडियो में कहा था, “प्राचीनकाल से हमारे देश में हवन करने की प्रक्रिया को लाभदायक माना जाता है। आज सारा विश्व महामारी और पर्यावरण के प्रकोप को झेल रहा है। इस कठिन समय में मैं लोगों से हर दूसरे दिन पारिवारिक हवन करने का अनुरोध करती हूं। इस उपाय का किसी भी धर्म और जाति से संबंध नहीं है। यह पर्यावरण को स्वच्छ करने का उपाय है।”