बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र के निधन के बाद उनके फैंस के दिलों में यह बात का मलाल बहुत ज्यादा था कि सब कुछ बहुत जल्दी हो गया। उन्हें अपने पसंदीदा अभिनेता का अंतिम दर्शन भी नहीं करने दिया गया। जो राजकीय सम्मान के हकदार थे, उनका अंतिम संस्कार इतनी जल्दी हुआ कि लोगों को उनकी मौत का पता भी तब चला जब धर्मेंद्र के परिजन पवन हंस श्मशान जाते दिखे।
अब हेमा मालिनी ने इसकी वजह बताई है। यूएई के फिल्ममेकर हमाद अल रेयामी से बातचीत के दौरान हेमा मालिनी ने बताया कि क्यों उन्होंने धर्मेंद्र का अंतिम संस्कार इतनी जल्दी कर दिया।
फिल्ममेकर हमाद अल रेयामी ने अरेबिक भाषा में हेमा मालिनी संग फोटो शेयर करते हुए लिखा है, ”शोक के तीसरे दिन मैं मशहूर आर्टिस्ट हेमा मालिनी से मिलने गया, जो स्वर्गीय सुपरस्टार धर्मेंद्र की पत्नी हैं। पहली बार मैं उनसे आमने-सामने मिला। मैंने उन्हें दूर से कई बार देखा, लेकिन इस बार कुछ अलग था… एक दर्दनाक, दिल तोड़ने वाला मौका, ऐसा दुख जो समझ से बाहर है, मैं कितनी भी कोशिश कर लूं, नहीं समझ पाऊंगा। मैं उनके साथ बैठा और उनके चेहरे की अंदरूनी उथल-पुथल देख सकता था, जिसे वह छिपाने की कोशिश कर रही थीं।”
जया बच्चन पर भड़के अशोक पंडित, पैपराजी वाले बयान से जुड़ा है मामला
फिल्ममेकर ने आगे लिखा कि हेमा मालिनी ने उनसे यह भी शेयर किया कि उन्होंने धर्मेंद्र से कई बार अपनी कविताओं को किताब की शक्ल देने को कहा, मगर उन्होंने हमेशा कहा कि थोड़ी और लिख लूं। फिल्ममेकर ने लिखा, ”उन्होंने (हेमा मालिनी) मुझसे उदास होकर कहा, ‘अब अजनबी आएंगे… वे उनके बारे में लिखेंगे… उनके बारे में किताबें लिखेंगे… जबकि उनके शब्द कभी सामने नहीं आएंगे।’ फिर दुखी होकर उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का अफसोस है कि फैंस उन्हें आखिरी बार नहीं देख पाए।”
हेमा मालिनी ने बताया, ”धर्मेंद्र, अपनी पूरी जिंदगी में कभी नहीं चाहते थे कि लोग उन्हें कमजोर या बीमार देखें। उन्होंने अपना दर्द अपने करीबी रिश्तेदारों से भी छिपाया। किसी इंसान के गुजर जाने के बाद फैसला परिवार का होता है।”
इस दिन आएगा सीआईडी 2 का आखिरी एपिसोड, शिवाजी साटम ने दिया CID 3 पर बड़ा अपडेट
फिल्ममेकर ने आगे लिखा, वह रुकी, एक आंसू पोंछा और साफ-साफ कहा, ”जो कुछ हुआ, रहम था… क्योंकि हमाद, तुम उन्हें उस हालत में नहीं देख सकते थे। उनके आखिरी दिनों में उनकी हालत बहुत खराब थी… दर्दनाक थी… हम लोग ही उन्हें इस हाल में देखना मुश्किल से बर्दाश्त कर सकते थे।”
