Happy Birthday Sanjay Mishra: हर किसी की लाइफ में संघर्ष की कहानी अलग होती है। बॉलीवुड में भी कुछ ऐसे एक्टर्स हैं, जिन्होंने अपनी कहानी खुद लिखी है। कई ऐसे कलाकार हैं, जो हम आपकी तरह ही रहे हैं लेकिन मेहनत के दम पर आज अच्छे मुकाम पर हैं। इसी में से एक कलाकार संजय मिश्रा (Sanjay Mishra) हैं, जिनका दूर-दूर तक फिल्मों से कोई नाता नहीं रहा है। फिर भी वो अभिनय के दम पर अपनी जगह खुद बनाए हुए हैं। उनके रोल तो साधारण ही होते हैं मगर वो अपने अभिनय के दम से उसमें जान फूंक देते हैं। संजय आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास मौके पर उनके बारे में दिलचस्प बातें बता रहे हैं। आइए जानते हैं…

संजय मिश्रा का जन्म आज ही के दिन 1963 में बिहार के दरभंगा में हुआ था। वो 60 साल के हो गए हैं। उन्हें बचपन से ही पढ़ाई में कोई इंटरेस्ट नहीं था। उनका बचपन आम बच्चों के जैसा ही एकदम साधारण बीता है। उनके पिता प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो में सरकारी कर्मचारी थे और उनके दादा इंडियन सिविल सर्वेंट थे। पिता का बनारस में ट्रांसफर हो गया था। इसके चलते उन्होंने वहां के केंद्रीय विद्यालय बीएचयू से अपनी प्राइमरी शिक्षा की शुरुआत की थी। इसके बाद पिता का ट्रांसफर दिल्ली हो गया था तो बाकी की पढ़ाई वहां की। बचपन से ही उनका एक्टिंग में मन लगता था। दिल्ली जब आए थे तो कई लोगों ने उन्हें नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के बारे में बताया। उन्होंने सुना था कि वहां पर पढ़ाई नहीं होती है और 3 साल तक बच्चों को एक्टिंग सिखाते हैं।

संजय मिश्रा ने इसका एग्जाम दिया और वो इसमें एडमिशन के लिए पास भी हो गए। यहां उन्होंने बहुत सीखा। आज वो एक सफल अभिनेता की लिस्ट में गिने जाते हैं लेकिन, उनके लिए यहां तक का सफर तय करना आसान नहीं था। वो फिल्मों में काम करने के बाद भी गुमनामी की जिंदगी जी चुके हैं। इससे जुड़ा एक किस्सा भी एक्टर ने एक इंटरव्यू में सुनाया था। उन्होंने बताया था कि वो अक्सर बस स्टैंड पर छुपकर खड़े होते थे कि कोई उन्हें पहचान ना लें। उनका ये भ्रम उस दिन टूटा जब वो बस में ट्रैवल कर रहे थे तो किसी ने भी उन्हें नहीं पहचाना। उस समय उन्हें पता चला कि लोग तो उन्हें डायलॉग और शक्ल से पहचानते हैं। उन्हें जानता कोई नहीं है।

जब राजपाल यादव कहकर शख्स ने पूछा हाल?

इसके साथ ही संजय मिश्रा के साथ एक तो अजीब ही किस्सा हुआ था। एक बार वो बस स्टैंड पर खड़े थे और वहां एक आदमी आया और उसने बोला अरे राजपाल यादव सर कैसे हैं? मैंने आपकी भूल भुलैया देखी है। आपने बहुत अच्छा काम किया है। इस पर एक्टर का रिएक्शन काफी शॉकिंग रहा। उन्हें उस समय समझ नहीं आया कि वो इस पर क्या रिएक्शन दें।

नुक्कड़ पर बेचा पान!

इसके अलावा अगर रिपोर्ट्स की मानें तो संजय मिश्रा का पढ़ाई में तो मन लगता नहीं था। ऐसे में वो स्कूल से बंक मार लेते थे। घर से स्कूल के लिए निकलते मगर कुछ बहाना करके वहां से वापस आ जाते थे। रिपोर्ट्स की मानें तो वो एक बार स्कूल से बंक मारकर पान बना रहे थे तभी उनकी दादी ने उन्हें देख लिया और फिर संजय को जमकर फटकार लगाई। इतना ही नहीं उन्होंने पान वाले को भी जमकर सुनाया और उसकी दुकान भी उस जगह से हटवा दी।

छोड़ी एक्टिंग, ढाबे पर किया काम

संजय मिश्रा ने एक बार बताया था कि वो शूटिंग के दौरान काफी बीमार हो गए थे और उनके पेट से 15 लीटर पस निकला था। उनकी हालत काफी खराब थी। जब वो अस्पताल से निकले तो उसके 15 दिन के बाद पिता का देहांत हो गया था। इसके बाद वो बुरी तरह से टूट गए थे। उन्हें घर-परिवार सबकुछ छोड़ दिया था और ऋषिकेश चले गए थे। उन्हें घर और एक्टिंग छोड़कर वहीं रहने का फैसला कर लिया था। पैसे कमाने के लिए संजय मिश्रा वहां के एक होटल में खाना बनाने का काम तक करने लगे थे। फिर एक दिन रोहित शेट्टी उन्हें खोजते हुए आए और ‘ऑल द बेस्ट’ के लिए मुंबई चलने के लिए कहा हालांकि, एक्टर तैयार नहीं थे लेकिन डायरेक्टर काफी जिद करने लगे थे। फिर वो वहां से वापस आ गए थे और फिल्म में धमाकेदार कमबैक किया था।