बॉलीवुड एक्टर और पूर्व सांसद गोविंदा ने एक बार फिर राजनीति में एंट्री मारी है। ‘हीरो नं.1’ गोविंदा बीते दिन यानी गुरुवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगवाई वाली शिवसेना में शामिल हो गए हैं। इसके बाद यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि शिंदे की पार्टी उन्हें मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से टिकट दे सकती है। एक्टर ने 28 मार्च को अपनी दूसरी सियासी पारी शुरू कर दी है।
गोविंदा ने साल 2004 में राजनीति में डेब्यू किया था। तब वह कांग्रेस पार्टी के टिकट पर जीतकर संसद पहुंचे थे। 2004 के लोकसभा चुनाव में गोविंदा ने बीजेपी के कई बार के सांसद और कद्दावर नेता राम नाईक को हराया था। हालांकि, बाद में गोविंदा ने राजनीति छोड़ दी थी, और कभी राजनीति में वापसी ना करने की बात कही थी, लेकिन अब ऐसा लगता है कि एक्टर अपनी ही बात से पलट गए हैं। एक्टर ने 12 साल पहले क्या कुछ कहा था आइए आपको बताते हैं।
गोविंदा ने क्या कहा था
गोविंदा ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा था कि “राजनीति हम एक्टर्स के लिए नहीं है। एक्टर्स राजनीति में रह ही नहीं सकते। अगर आप राजनीति पर फोकस कर रहे हैं तो आपका करियर चौपट हो जाएगा। मैं तब 43 साल का था जब मैंने चुनाव लड़ा था और ये मेरे बस की बात नहीं है। हालांकि, मैंने राजनीति से काफी कुछ सीखा है। राजनीति आपको गंभीर होना सिखा देती है।”
एक्टर ने आगे कहा था कि “पॉलिटिक्स से मैंने ये सीखा कि कैसे आपको हर मामले पर रिएक्ट नहीं करना है। मुझे 9-10 साल लग गए इससे बाहर आने और राजनीति को भूलने में। मैं आप सबस आग्रह करता हूं कि मुझसे इस बारे में कोई सवाल ना किया जाए। राजनीति हमारे खून और हमारे परिवार में कभी नहीं थी…मैं इसमें कभी नहीं लौटूंगा।”
गोविंदा को इ फिल्मों ने दिलाई पहचान
बता दें कि गोविंदा ने अपने करियर में लगभग 165 फिल्मों में काम किया है। समें राजा बाबू, कुली नंबर 1, हीरो नंबर 1, बड़े मियां छोटे मियां, भागमभाग, पार्टनर ने उनको अलग पहचान दिलाई। एक्टर साल 2004 से 2009 तक सांसद रह चुके हैं।