बॉलीवुड एक्टर गोविंदा (Govinda) ने अपने करियर में कई शानदार फिल्में की हैं। फिल्म इंडस्ट्री के हीरो नंबर वन कहे जाने वाले गोविंदा एक सामान्य परिवार से आते हैं। हालांकि उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत के जरिए एक अलग मुकाम हासिल किया। 21 साल की उम्र मे जहां गोविंदा को कोई नहीं जानता था, वहीं, एक्टर ने 22 साल की उम्र में 50 से ज्यादा फिल्में साइन कर ली थी। अपने करियर में एक-से-एक सुपरहिट फिल्में देने वाले गोविंदा ने अपने डांस और स्टाइल से लाखों लोगों के दिलों में जगह बनाई।

गोविंदा (Govinda Interview) को एक समय पर ‘सोने की मुर्गी’ कहा जाने लगा था। रजत शर्मा के शो ‘आपकी अदालत’ में इस बात का खुलासा हुआ। जून 1986 की एक मैग्जीन में गोविंदा को लेकर एक स्टोरी छपी थी, जिसमें लिखा था ‘गोविंदा सोने की मुर्गी।’ स्टोरी में लिखा था कि 21 साल की उम्र में जिस लड़के को कोई नहीं जानता था, 22 साल की उम्र में वो 50 फिल्में साइन कर चुका था। ऐसा मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में कभी नहीं हुआ।

इसको लेकर गोविंदा कहते हैं, “मुझे जो मिला, मां-बाप के आशीर्वाद से मिला। खासतौर पर मां का नाम मैं इसलिए लिया करता हूं। क्योंकि जब मैं 14 साल का था, तो मेरी मां ने कहा की गायत्री मां की उपासना किया करो।

मैंने 24 लाख गायत्री उपासना की। मैं कभी हीरो दिखाई नहीं देता था। मैं हीरो लगने लगा। लोग कहने लगे कि ये तो फिल्मों का हीरो है, पक्का वही बनेगा ये। इसकी निकल पड़ेगी। मैंने कहा यार मैं कहां से हीरो, मैं तो डरता था, शर्माता था।”

गोविंदा जब बॉलीवुड में आए तब उनके कंधों पर पारिवारिक जिम्मेदारियां थीं। उन्होंने कई इंटरव्यूज में इस बात का ज़िक्र किया है कि इसी कारण वो कभी अपना स्टारडम एंजॉय नहीं कर पाए।

 

गोविंदा को स्ट्रगल के दिनों में कुछ बुरे अनुभव हुए तो उन्हें कुछ अच्छे लोगों का साथ भी मिला। नवभारत टाईम्स से बातचीत में उन्होंने बताया था, ‘कभी- कभी ऐसा लगता है कि मुझ पर ईश्वर की बड़ी कृपा है, मुझे ज्यादा तकलीफ नहीं आई। स्ट्रगल के दौरान एक बंगाली भाई थे जो मुझे खाना खिलाते थे तो पैसे नहीं लेते थे। जूते वाले एक भाई भी मुझसे पैसे नहीं लेते थे और डांस मास्टर, फाइट मास्टर भी अपनी फीस मुझसे नहीं लेते थे।’

जब गोविंदा मुंबई आए तो उन्होंने प्रोड्यूसर तक अपने एक्टिंग वीडियो कैसेट पहुंचाने के लिए उनके नौकरों तक को पटा लिया था। इस पर गोविंदा ने आपकी अदालत में बताया था, “ये बड़े लोगों के पास टाइम नहीं होता है और ये जल्दी से पटते भी नहीं हैं। इनकी एक फिक्स सोच होती है। ऐसी हाइट, कद और पर्सनलिटी है, तो यह हीरो हो जाएगा।

उन्होंने आगे कहा, “या आवाज ऐसी है, तो लगता है कि ये हीरो हो जाएगा। जो गरीब होते हैं, या फिर तकलीफ से ऊपर आए होते हैं, वो लोग समझते हैं, दिल से दिल की राह हो जाना, तो मैं ऐसा किया करता था।” शो के दौरान का यह वीडियो यूट्यूब पर खूब वायरल हो रहा है।