मशहूर यूट्यूबर एलविश यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है एल्विश यादव बिग बॉस ओटीटी के विजेता भी रह चुके हैं। उनपर यूट्यूबर मैक्सटर्न को पीटने का आरोप लगा है। मारपीट का वीडियो सामने आने के बाद गुरुग्राम पुलिस ने एल्विश यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। मगर मैक्सटर्न का कहना है कि FIR में अटेम्प्ट टू मर्डर का जिक्र नहीं है।

मैक्सटर्न ने अपने वीडियो में कहा है, ‘’अगर आपके पास पैसा हो तो आप एफआईआर भी बदल सकते हैं और इस चीज़ को प्रूव करूँगा पर उससे पहले लड़ाई किस बारे में हुई, क्यों हुई, हम इस बारे में बात नहीं करेंगे। मैं सीधा पॉइंट पर आता हूँ। एल्विश ने जो लोकेशन दी थी और मेरा इंस्टिंक्ट बोला कि मुझे उसे अपने लोकेशन बुलाना चाहिए जो एक पब्लिक लोकेशन हो। मेरे को यही था कि भाई जो भी गलतफहमी है कि बात से सॉल्व करो, अगर आपको लगता है आप सही हो तो आप डिबेट करो, मैं सही हूँ मैं डिबेट करूँगा कुल मिला के शब्दों से ही जीतना था इस केस को और मैंने पूरी तैयारी की। मैंने वहाँ पे सोफा लगाया था कि जब एल्विश भाई आएंगे वहाँ बैठेंगे। लेकिन जैसे ही वो आए सीधा अटैक करना शुरू कर दिया, ऊपर से बहुत सारे बंदो के साथ आए। लड़ाई के बीच में ही उसने अपने घुटनों से मेरी नाक पर मारा कई बार हाथों से फ़ोन से मारा, मेरे स्पाइन का मारा और आप सभी को पता है स्पाइन पे गलती से लगा तो आप अपाहिज हो सकते हो तो उसके बावजूद उसने मारा मारा और उसके बाद उसने क्या किया जान से मारने की धमकी भी दी। मल्टीप्ल टाइम्स कम से कम जितना मुझे पता है तीन बार दी ही थी उसने धमकी जान से मारने की। और ऑफ कैमरा भी उसने कई बार जान से मारने की धमकी दी।  जब लड़ाई बड़ाई खत्म हो गई तो उसके बाद वो वापस जा रहे थे फिर वो जो बंदे लाया था उनमें से कुछ बंदे मेरे पास आए और धमकाते हुए बोले कि सॉरी बोल दूं मैं। मैं भी अटल था मैंने बोला मैं सॉरी तो नहीं बोलूँगा की मैंने गलती नहीं की। उसके बाद एल्विश ने भी थोड़ा ट्राई किया था सॉरी बुलवाने के लिए लेकिन मैंने उसको भी सॉरी नहीं बोला और ये सब जब हुआ तो शुरू में मेरे को लगा सिर्फ यहाँ (होंठ के पास) चोट आई उसके बाद एक डेढ़ घंटे बाद मेरे को यहाँ पे (कंधे पर)  दर्द होना शुरू हुआ और फिर 2-3 घंटे बाद मेरे पूरे स्पाइन में दर्द होना शुरू हुआ और इस तरीके से हुआ की मैं सो ही नहीं पाया सुबह 4:00 बजे मैंने सोने का ट्राई किया था लेकिन मैं दर्द से सो नहीं पाया। उसके बाद हम मैक्स हॉस्पिटल साकेत गए मेडिकल निकलवाने तो उन्होंने मना कर दिया विदाउट एफआईआर तो मेरा यही था मेरा दिमाग शॉक में था। फिर हमने डिसाइड किया कि दोपहर के 12:00 बजे के आसपास FIR करेंगे और उसके बाद मेडिकल करवा देंगे पुलिस की मदद से। तो हम गए FIR करने अब जब एफआईआर करने गए तो हमने पूरा बता दिया की भाई ये सेक्शन लगाना है अटेम्प्ट टू मर्डर साफ साफ दिख रहा है। उसके बाद एसएचओ अपने इंस्पेक्टर के फ़ोन में कॉल करते है बोलते हैं कि हम लोग प्राइवेट तरीके से लड़ेंगे मेरे को वो तभी डाउट था की एफआईआर दबाने की कोशिश की जाएगी और वही हुआ । हमने एक आर्टिकल पढ़ा जिसमें एक भी सेक्शन नहीं लगा जो हमने कहा था, एफआईआर में अटेम्प्ट टू मर्डर का एक भी सेक्शन नहीं है। एक बंदा आता है मारता है और कोई एक्शन नहीं होता उसको पुलिस पकड़ के लेके नहीं जाती यहाँ पर इस बात को 24 घंटे हो चुके हैं। मैं हरियाणा के सीएम खट्टर जी से रिक्वेस्ट करना चाहूंगा इस गुंडे एल्विश यादव को अरेस्ट करवाओ इसका बैकग्राउंड बहुत खराब है।’’ 

मैक्सटर्न ने आगे कहा, ‘इंडिया का कानून सिर्फ गरीबों के लिए बना है अमीरों के लिए नहीं बनाए तो मैं नहीं चाहता की ये आरोप और एफआईआर भी दब जाएं और साफ साफ पता लग रहा है दबाने की कोशिश की जा रही है एफआईआर। ये इंडिया के कानून की हार है मैं आपलोगों से रिक्वेस्ट करूँगा गुरुग्राम पुलिस को टैग करो और  उनको रिक्वेस्ट करो कि एल्विश यादव को जितनी जल्दी हो सके गिरफ्तार किया जाए, क्योंकि अगर कोई भी ऐसे मार के निकल जाएगा और अपनी स्टोरी में डालेगा कि भाई वर्क डन तो खुल्लमखुल्ला यही है कि वो वॉयलेंस का प्रमोट कर रहा है और उसको पता है कि उसका कोई कुछ नहीं कर सकता है। एक तरीके से ये आगे कानून की हार है तो अभी जो मैं एफआईआर लिखवा के आया था उसकी कॉपी भी नहीं मिली और मुझे लगता है मिलेगी भी नहीं। बोला तो वैसे सुबह मिल जाएगी लेकिन आर्टिकल में साफ साफ दिख रहा है कि एफआईआर के जो सेक्शन हैं वो बहुत अलग किए गए। अगर इस बीच में मुझे कुछ भी होता है, कोई भी जानलेवा हमला होता है इसके जिम्मेदार एल्विश यादव होगा या फिर उसके दोस्त होंगे या फिर गुरुग्राम पुलिस होगी जिसने मेरे एफआईआर को पूरा का पूरा बदल दिया। ये इंडियन कानून की बेइज्जती है ये तो मैंने देख लिया कुछ नहीं भाई अगर तुम्हारे पास पैसा हो तो कुछ भी कर सकते हो ये तो मैंने देख लिया।’’