12 जून को अहमदाबाद से लंदन जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट 171 क्रैश हो गई थी, जिसमें 270 लोगों की मौत हुई। इसके बाद कई एविएशन एक्सपर्ट्स ने दुर्घटना के कारणों के बारे में अपनी-अपनी थ्योरी शेयर की। किसी ने कहा की इंजन खराब हुए, तो किसी ने कुछ। हालांकि, अभी तक अधिकारियों ने ऑफिशियल तौर पर अपनी जांच के निष्कर्षों की घोषणा नहीं की है। वहीं, पिछले एक सप्ताह से अभी तक कई उड़ानें रद्द हुई हैं और कुछ की उड़ान में देरी हुई। अब इसे लेकर यूट्यूबर गौरव तनेजा उर्फ फ्लाइंग बीस्ट ने बात की है।
बता दें कि गौरव तनेजा लगभग एक दशक तक कमर्शियल पायलट के रूप में काम कर चुके हैं। एयरलाइनों के कामकाज और विमान बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर के तकनीकी पहलुओं के बारे में भी उन्होंने अपने सिद्धांत शेयर किए। अब उड़ानें रद्द और देरी को लेकर उन्होंने ट्वीट किया है।
गौरव ने कही ये बात
गौरव ने गुरुवार शाम को अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “एयर इंडिया के पायलट विमानों को रोक रहे हैं, उन्हें जमीन पर उतार रहे हैं, बीमार होने की रिपोर्ट दे रहे हैं और संदेह होने पर उड़ान भरने से इनकार कर रहे हैं। प्रबंधन, इंजीनियरिंग, संचालन, नियंत्रण केंद्र सहित सभी लोग मैदान में बैठे हैं। ये पायलट और चालक दल के लोग हैं, जो इन मशीनों में उड़ान भरने और उतरने वाले फ्रंटलाइन कर्मचारी हैं। पायलट और चालक दल के सदस्य ही फ्रंटलाइन स्टाफ हैं, जो इन मशीनों से उड़ान भरते और उतरते हैं। पायलटों को कुछ ऐसा पता है, जो आम लोगों को नहीं पता।”
वीडियो में कही थी ये बात
इससे पहले उन्होंने इस मुद्दे पर कई वीडियो शेयर किए। एक में उन्होंने कहा, “पहली चौंकाने वाली जानकारी जो हमारे हाथ लगी, वह यह थी कि विमान ने सामान्य से ज्यादा रनवे का इस्तेमाल किया। इससे मुझे यकीन हो गया कि मैं गलत दिशा में जा रहा था। विमान अधिकतम टेक ऑफ वजन के करीब था, जो 2.20-2.25 टन है। चूंकि, पायलटों ने टेकऑफ के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया, इसलिए हमें यह मानना होगा कि इंजन में जो भी खराबी हुई, वह वापसी के बिंदु के बाद हुई।
वे रनवे पर एक बिंदु तक ही टेकऑफ को रोक सकते थे… अगर दोनों इंजन फेल हो गए होते, तो विमान उड़ान ही नहीं भर पाता, लेकिन एक इंजन के खराब होने के बावजूद, इसने उम्मीद से ज्यादा रनवे का इस्तेमाल किया।” हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उनके पास इन सिद्धांतों के लिए कोई सबूत नहीं है।